ज्ञानदेव आहूजा के लिए लिखे पत्र में लिखा है कि आपने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली द्वारा किए जा रहे पूजन और दर्शन का विरोध करते हुए मंदिर में गंगाजल छिड़का है। जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है। साथ ही लिखा है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए 9 नवंबर 1989 को आयोजित शिलान्यास समारोह में पहली शिला दलित कामेश्वर चौपाल ने रखी थी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशानुसार आपको तत्काल प्रभाव से भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जाता है।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
मंगलवार को अलवर जिला कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में अंबेडकर सर्किल पर विरोध प्रदर्शन किया गया। विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने ज्ञानदेव आहूजा के खिलाफ नारेबाजी की और उनके बयान और व्यवहार की कड़ी निंदा की। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा समाज को बांटने की राजनीति कर रही है और इस तरह की हरकतें उसकी सोच को दर्शाती हैं।
आहूजा ने छिड़का था गंगाजल
गौरतलब है कि 7 अप्रैल को ज्ञानदेव आहूजा अपनाघर शालीमार स्थित रामलला मंदिर पहुंचे थे और मंदिर में गंगाजल छिड़का था। ज्ञानदेव आहूजा ने कहा था कि रामनवमी के दिन रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान कांग्रेसियों को भी बुलाया गया था, जिससे मंदिर अपवित्र हो गया। मैंने गंगाजल छिड़ककर इसे शुद्ध किया है। इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं।
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