भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की सर्विलांस कार्रवाई में एएसपी सुरेन्द्र कुमार शर्मा, उनके दो दलाल रामराज मीना व बंटी पारीक व अन्य के बीच हुई बातचीत एफआईआर का हिस्सा बनी है। इस एफआईआर में सनसनीखेज खुलासा हुआ है कि वर्ष 2023 से एएसपी सुरेन्द्र शर्मा के लिए दलाल सक्रिय थे, जो अलग-अलग विभागों के अफसरों से वसूली का प्रयास कर रहे थे। एफआईआर में यह भी उल्लेख है कि एएसपी के खिलाफ सवाई माधोपुर जिले के एक थाने में आम आदमी के नाम से परिवाद दर्ज हुआ था, जबकि दूसरे थाने के एसएचओ ने भी एक लाख रुपए की मांग संबंधी एंट्री डायरी में दर्ज करवाई थी। जून 2024 में मानटाउन थाना क्षेत्र में दर्ज परिवाद में बताया गया कि एएसपी सुरेन्द्र शर्मा अपने दलालों के माध्यम से विभागीय अफसरों तक यह संदेश पहुंचाते थे कि साहब नाराज हैं। इसके चलते अफसर किसी कार्रवाई से बचने के लिए प्रतिमाह मोटी रकम देते थे। हालांकि उस समय मामला दबा दिया गया था।
एक लाख दे दो, नहीं तो थाने से निकल जाओ
एसीबी एफआईआर के अनुसार सवाई माधोपुर के उदेई मोड़ थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर भरत सिंह ने थाने की डायरी में 10 जून 2023 को रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें लिखा कि भरतपुर निवासी रमेश सिनसिनवार आज दफ्तर आया। रमेश ने बताया कि एसीबी एएसपी सुरेन्द्र कुमार शर्मा से तुम्हारे संबंध में बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा कि शाम तक मुझे एक लाख रुपए दे दो, नहीं तो थाने से निकल जाओ। एएसपी तुमसे बहुत नाराज हैं, वे तुम्हें या तुम्हारे थाने के किसी भी व्यक्ति को किसी भी मामले में फंसा देंगे। मैं बाटोदा थाना प्रभारी रामकेश के पास दो बार गया, उनसे कहा कि एएसपी साहब से मिलो, लेकिन जब वे मिलने नहीं गए तो मैंने उन्हें फंसा दिया। मैंने साहब से कई लोगों का सेटलमेंट करवाया है। तुम चाहो तो मैं तुम्हें खुद उनसे मिलवा दूंगा। काम हो जाने के बाद तुम्हें कोई टेंशन नहीं देगा।
शराब की चार बोतल की मांग
मुख्य दलाल रामराज मीना और दलाल प्रदीप के बीच मोबाइल पर बातचीत के दौरान रामराज विवेक को फोन नहीं उठाने पर डांटता है और साहब सुरेंद्र शर्मा से बात करवाता है। इससे एक दिन पहले 8 जनवरी 2025 को मुख्य दलाल रामराज अपने मोबाइल से एक व्यक्ति की बात सुरेंद्र शर्मा से करवाता है। सुरेंद्र शर्मा उक्त व्यक्ति से शराब की चार बोतल की मांग करता है। एसीबी के पास परिवहन और पुलिस से हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी है।
23 तक रिमांड पर, पैसे देने वालों का सत्यापन
एसीबी एडीजी स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि गिरफ्तार एएसपी सुरेंद्र कुमार शर्मा, मुख्य दलाल रामराज मीना और दलाल प्रदीप उर्फ बंटी पारीक को जांच अधिकारी बिशनाराम बिश्नोई ने न्यायाधीश के समक्ष पेश किया, जहां से तीनों को 23 मई तक रिमांड पर सौंप दिया गया है। उन्होंने बताया कि रिश्वत में पैसे देने वाले अधिकारियों का भी सत्यापन करवाया जाएगा।
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