भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के अंतरराष्ट्रीय करियर को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली वनडे सीरीज से बाहर किए जाने के बाद शमी का टीम इंडिया में वापसी करना अब बेहद मुश्किल माना जा रहा है।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई अब शमी को दोबारा टीम में शामिल करने की संभावना बहुत कम देख रही है। शमी पिछले कुछ महीनों से घरेलू क्रिकेट ही खेल रहे हैं, लेकिन उनका प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा है। साथ ही, वह पिछले महीने 35 साल के हो चुके हैं, ऐसे में चयनकर्ताओं की नजर अब युवा तेज गेंदबाजो पर ज़्यादा है।
शमी ने आखिरी मैच मार्च 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान खेला थाशमी ने भारत के लिए आखिरी मैच मार्च 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान खेला था। इसके बाद वह चोट के कारण लंबे समय तक मैदान से दूर रहे। चोट से उबरने के बाद उन्होंने कुछ घरेलू मुकाबलों में हिस्सा लिया, लेकिन वहां भी उनका प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा। रिपोर्ट में बताया गया कि डूलीप ट्रॉफी में भी शमी लय में नहीं दिखे। उन्होंने सिर्फ एक दो अच्छे स्पेल किए, लेकिन पूरी गेंदबाजी में पुरानी धार नजर नहीं आई।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने द टेलीग्राफ से कहा, इस समय शमी के लिए भारतीय टीम में वापसी करना काफी मुश्किल दिख रहा है। उनकी रफ्तार भी पहले जैसी नहीं रही और उम्र भी बढ़ रही है। हालांकि, आईपीएल में बने रहने के लिए उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना ही होगा।
वहीं, बंगाल के मुख्य कोच लक्ष्मी रतन शुक्ला ने बताया कि उन्होंने कुछ दिन पहले शमी से बात की थी और शमी ने बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी खेलने की इच्छा जताई है। बंगाल की टीम 15 अक्टूबर से उत्तराखंड के खिलाफ अपना रणजी अभियान शुरू करेगी।
हालांकि, अभी तक शमी की टीम में जगह को लेकर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के एक अधिकारी ने बताया कि कोच शुक्ला से बातचीत के बाद अगले कुछ दिनों में टीम की घोषणा की जाएगी।
कुल मिलाकर, ऐसा लगता है कि मोहम्मद शमी का अंतरराष्ट्रीय करियर अब ढलान पर है। चयनकर्ताओं की नजर नए और फिट तेज गेंदबाजो पर है, जबकि शमी के लिए अब घरेलू क्रिकेट ही अपनी लय वापस पाने का एकमात्र रास्ता बचा है।
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