पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के उन आरोपों का कड़ा जवाब दिया है, जिनमें कहा गया था कि एशिया कप 2025 के दौरान पाकिस्तान ने (PMOA) प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया। विवाद तब भड़का जब 17 सितंबर को दुबई में पाकिस्तान और यूएई के बीच मैच एक घंटे की देरी से शुरू हुआ।
मामले की शुरुआत भारत-पाकिस्तान मैच के हैंडशेक विवाद से हुई थी। पीसीबी का आरोप था कि मैच रेफरी एंडी पाइकॉर्फ ने सलमान अली आगा और सूर्यकुमार यादव के बीच औपचारिक हैंडशेक को सही तरीके से नहीं संभाला। इसी मुद्दे पर मैच से ठीक पहले एक बैठक बुलाई गई, जिसमें पीसीबी ने यह शर्त रखी कि उनका मीडिया मैनेजर नईम गिलानी बैठक की रिकॉर्डिंग करेंगे।
पीसीबी ने प्रेस रिलीज में गलत दावा किया कि पाइक्रॉफ्ट ने माफी मांगी: संजोग गुप्ताआईसीसी को इसी पर आपत्ति हुई। आईसीसी के सीईओ संजोग गुप्ता ने पीसीबी को मेल भेजते हुए कहा कि पीएमओए क्षेत्र में मोबाइल फोन का इस्तेमाल सख्त मना है, क्योंकि यह भ्रष्टाचार-रोधी नियमों के खिलाफ है। उन्होंने यह भी कहा कि पीसीबी ने प्रेस रिलीज में गलत दावा किया कि पाइक्रॉफ्ट ने माफी मांगी, जबकि उन्होंने केवल गलतफहमी पर खेद जताया था।
दूसरी ओर, पीसीबी ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज किया। बोर्ड का कहना था कि मीडिया मैनेजर टीम का हिस्सा है और उसे बैठक में शामिल करने की अनुमति दी गई थी। पाकिस्तान ने यहां तक चेतावनी दी थी कि यदि मीडिया मैनेजर को बैठक में नहीं आने दिया गया, तो टीम मैदान पर नहीं उतरेगी। अंततः समझौते के तहत गिलानी को बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग बिना ऑडियो करने दी गई। पीसीबी का तर्क है कि इसे प्रोटोकॉल उल्लंघन नहीं माना जाना चाहिए।
लेकिन आईसीसी इसे गंभीर मामला मान रहा है। उसके अनुसार पीएमओए क्रिकेट स्टेडियम का सबसे सुरक्षित क्षेत्र है, जहां फोन का प्रयोग किसी भी सूरत में नहीं होना चाहिए। गुप्ता ने पीसीबी की हरकत को अनुचित आचरण करार देते हुए कहा कि रेफरी पाइक्रॉफ्ट ने केवल एशियन क्रिकेट काउंसिल के वेन्यू मैनेजर के निर्देशों का पालन किया था।
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