सूर्यकुमार यादव ने न्यू चंडीगढ़ में के एलिमिनेटर मुकाबले से पहले गुजरात टाइटंस और मुंबई इंडियंस के बीच होने वाले मैच से पहले एक बातचीत में टी20 क्रिकेट के हाल के वर्षों में बदलाव और अपनी बल्लेबाजी में आए बदलावों के बारे में खुलकर बात की। इस स्टार बल्लेबाज ने माना कि पिछले कुछ सालों में टी20 क्रिकेट में थोड़ा बदलाव आया है।
इस अनऑर्थोडॉक्स बल्लेबाज ने बताया कि रन बनाने और स्ट्राइक करने का तरीका बदल गया है। उन्होंने कहा कि महामारी से पहले उनका स्ट्राइक रेट 140-150 के आसपास था। लेकिन, उन्होंने यह भी जोड़ा कि सर्वश्रेष्ठ बनने के लिए अपनी बल्लेबाजी में बदलाव की जरूरत थी। सूर्यकुमार ने बताया कि उन्होंने ढेर सारी मैच सिमुलेशंस की और नए-नए शॉट्स को अंजाम देकर खुद को एक पूरी तरह से अलग बल्लेबाज बनाया।
टी-20 क्रिकेट में अपने खेल में बदलाव को लेकर सूर्यकुमार यादव ने दिया बड़ा बयानसूर्यकुमार ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा कि, “मेरे हिसाब से टी20 फॉर्मेट में हल्का-सा बदलाव आया है। स्ट्राइक करने के तरीके, रन बनाने के तौर-तरीके, सब कुछ थोड़ा बदल गया है। पहले जब हम बैटिंग करते थे, मेरा स्ट्राइक रेट 140-150 के आसपास रहता था।” इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
भारतीय कप्तान ने आगे कहा कि, “2020-21 के बाद, मुझे एहसास हुआ कि अगर मुझे बेस्ट बनना है, तो वो 3-4 साल तो मैंने ठीक-ठाक खेल लिया। फिर मैंने खुद से सवाल किया कि अब क्या करना है? मैं वापस ड्रॉइंग रूम में गया, ढेर सारी मैच सिमुलेशंस की। आप जो इनोवेटिव शॉट्स देख रहे हैं, वो ज्यादातर 2020 में मेरे खेल में आए बदलाव के बाद आए।”
सूर्यकुमार ने आगे बताया कि उनका फोकस उन क्षेत्रों पर था जहां वे ज्यादा रन बना सकें और विपक्षी कप्तानों, खिलाड़ियों से एक कदम आगे रह सकें। इस अनऑर्थोडॉक्स बल्लेबाज ने कहा कि उन्होंने कई गैर-पारंपरिक शॉट्स की खूब प्रैक्टिस की और उन्हें अपने खेल में शामिल किया, चाहे गेंदबाज कोई भी हो। उन्हें लगता है कि इससे उन्हें एक बेहतर बल्लेबाज के रूप में विकसित होने में मदद मिली।