शेयर मार्केट में इन दिनों वोलिटिलिटी बढ़ गई है और इंडेक्स के साथ साथ स्टॉक में भी तेज़ उतार चढ़ाव देखा जा रहा है, जिसे आम निवेशकों के लिए हैंडल करना मुश्किल हो रहा है.आमतार पर किसी स्टॉक का बीटा 1 से कम रहना चाहिए, वरना वह बेंचमार्क इंडेक्स जितनी ही वोलिटिलिटी दिखा सकता है, जिससे निवेशकों के लिए उसकी हलचल संभालना मुश्किल हो जाता है.इन दिनों मार्केट की वोलिटिलिटी के बढ़ने के कारण कई स्टॉक का बीटा भे बढ़ रहा है, इसलिए निवेशकों का ध्यान अब ऐसे स्टॉक पर जा रहा है, जो लो बीटा स्टॉक हैं. बेंचमार्क इंडेक्स की तुलना में कम वोलिटिलिटी दिखाने वाले शेयर या कम बीटा वाले शेयर निवेशकों के रडार पर वापस आ गए हैं क्योंकि उनका ध्यान बढ़ती बाजार वोलिटिलिटी के बीच मोमेंटम स्टॉक से हट गया है. फिलहाल बीएसई 500 फर्मों में बीटा अनुपात 0.9 या उससे कम है. याने ये लो बीटा स्टॉक हैं. इनमें से 103 या 40% स्टॉक एक साल की अवधि में सेंसेक्स रिटर्न को मात देने में सक्षम रहे हैं और 60% ने पिछले महीने इंडेक्स रिटर्न को पीछे छोड़ दिया है. इस महीने की शुरुआत में अमेरिका द्वारा निर्यातक देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने के बाद ग्लोबल ट्रेड टैरिफ को लेकर अनिश्चितता के कारण प्रमुख इक्विटी बाजारों में वोलिटिलिटी इंडेक्स (VIX) में काफी तेजी आई. इंडिया VIX की गणना निफ्टी ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट के बिड-आस्क का उपयोग करके की जाती है, वह 11 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में लगभग 46% बढ़ गई है, जो बाजार में अस्थिरता में तीव्र वृद्धि को दर्शाता है.जब भी VIX बेंचमार्क इंडेक्स अस्थिरता को पकड़ता है, बीटा फैक्टर इसे एक स्पेसिफिक स्टॉक की तरह दर्शाता है. किसी स्टॉक का एक बीटा होना याने कि स्टॉक की वोलिटिलिटी मार्केट के समान है. एक से कम बीटा दर्शाता है कि स्टॉक बाजार में उतार-चढ़ाव के प्रति कम संवेदनशील हैं. बाजार में बढ़ती वोलिटिलिटी स्टॉक के बीटा मल्टीपल को भी प्रभावित करती है. जिन स्टॉक का बीटा 0.9 या उससे कम है, उनकी संख्या अब बीएसई 500 इंडेक्स में 258 है , जो एक साल पहले 287 थी और 2025 की शुरुआत में 261 थी.इस लिस्ट में एचयूएल , आईटीसी , ब्रिटानिया , यूनाइटेड स्पिरिट्स , यूनाइटेड ब्रुअरीज जैसे एफएमसीजी स्टॉक हैं. रिटेल स्टॉक और सन फार्मा , टोरेंट फार्मा , अपोलो हॉस्पिटल्स और ग्लैक्सोस्मिथक्लाइन फार्मा जैसे हेल्थकेयर स्टॉक का वर्चस्व है. अन्य विविध क्षेत्रों की कंपनियों में आयशर मोटर्स, सन टीवी नेटवर्क, ब्लू डार्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल इंटरनेशनल और एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस शामिल हैं .इन स्टॉक पिछले एक साल में बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी से बेहतर प्रदर्शन किया है.
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