हर कोई चाहता है कि उसका घर सुख, शांति और समृद्धि से भरा रहे। इसके लिए लोग न केवल सजावट पर ध्यान देते हैं, बल्कि वास्तु शास्त्र के नियमों का भी पालन करते हैं। वास्तु के अनुसार, घर का मुख्य द्वार सबसे महत्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि यहीं से सकारात्मक या नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यदि इस स्थान पर सही चीजें रखी जाएं, तो घर में समृद्धि बढ़ती है, लेकिन गलत चीजें नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। खासकर पौधों का चयन करते समय सावधानी बरतना आवश्यक है। कई लोग बिना सोचे-समझे पौधे रखते हैं, जो आर्थिक नुकसान और पारिवारिक तनाव का कारण बन सकते हैं।
सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह
वास्तु शास्त्र में मुख्य द्वार को घर की ऊर्जा का केंद्र माना गया है। यहां रखे गए पौधे घर के वातावरण को प्रभावित करते हैं। कुछ पौधे खुशहाली और सकारात्मकता लाते हैं, जबकि अन्य तनाव और नकारात्मकता का कारण बनते हैं।
बोनसाई पौधे
बोनसाई पौधे देखने में सुंदर होते हैं, लेकिन वास्तु के अनुसार, ये विकास में रुकावट का प्रतीक माने जाते हैं। इन्हें मुख्य द्वार पर रखने से आर्थिक प्रगति रुक सकती है और करियर में बाधाएं आ सकती हैं। इसके बजाय, बड़े और हरे-भरे पौधे रखना शुभ होता है।
सूखे या मुरझाए पौधे
मुख्य द्वार पर सूखे या मुरझाए पौधे रखना अशुभ माना जाता है। ऐसे पौधे नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और घर में उदासी और धन हानि का कारण बन सकते हैं। हमेशा ताजे और हरे-भरे पौधे रखें और उनकी देखभाल करें।
वीनस फ्लाईट्रैप जैसे पौधे
वीनस फ्लाईट्रैप या मांसाहारी पौधे हिंसक ऊर्जा का प्रतीक माने जाते हैं। इन्हें मुख्य द्वार पर रखना तनाव और अशांति ला सकता है। बेहतर होगा कि आप तुलसी, गुलाब या चमेली जैसे शांत और शुभ पौधे लगाएं।
बड़े और घने पौधे
मुख्य द्वार पर बड़े और घने पौधे या पेड़ नहीं लगाने चाहिए, क्योंकि ये घर में आने वाली सकारात्मक ऊर्जा को रोक देते हैं और आर्थिक नुकसान का कारण बन सकते हैं। इस स्थान पर छोटे और आकर्षक पौधे जैसे मनी प्लांट या गुलाब रखना बेहतर होता है।
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