मच्छरों के कारण सबसे ज्यादा खतरा मलेरिया (Malaria) का होता है। अगर इसका समय पर ट्रीटमेंट नहीं करें तो मलेरिया जानलेवा हो सकता है। मलेरिया से बचाव ही इसका सबसे अच्छा उपचार है। मलेरिया के टीके पर काम चल रहा है। लेकिन इसे आम लोगों तक पहुंचने में काफी साल लग सकते हैं। ऐसे में मच्च्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी और मास्क्यूटो रेपेलेंट ही बेस्ट तरीके हैं।
बाज़ार में मिलने वाले रिफिल में क्या होता है :
दोस्तों मच्छर भगाने के लिए आप अक्सर घर मे अलग अलग दवाएं इस्तेमाल करते हैं ! कोई तो liquid form मे होती हैं ! और कोई कोई coil के रूप मे और कोई छोटी टिकिया के रूप मे !! और all out ,good night, baygon, hit जैसे अलग-अलग नामो से बिकती है !
इन सबमे जो कैमिकल इस्तेमाल किया जाता है ! वो डी एथलीन है,मेलफो क्वीन है और फोस्टीन है !! ये तीन खतरनाक कैमिकल है ! ये लेख हिमाचली खबर से ये यूरोप मे 56 देशो मे पिछले 20 -20 साल से बैन है ! और हम लोग घर मे छोटे-छोटे बच्चो के ऊपर ये लगाकर छोड़ देते हैं ! 2-3 महीने का बच्चा सो रहा होता है ! और साथ मे ये जहर जल रहा होता है !! TV विज्ञापनो ने आम व्यक्ति का दिमाग पूरा खराब कर दिया है ! वैज्ञानिको का कहना है ये मच्छर मारने वाली दवाए कई कोई बार तो आदमी को ही मार देती हैं !! इनमे से निकलने वाली सुगंध मे धीमा जहर है जो धीरे – धीरे शरीर मे जाता रहता है !!और कोई बार आपने भी महसूस किया होगा इसे सुघने से गले मे हल्की-हल्की जलन होने लगती है !
You may also like
पूजा करते हैं तो रखें ध्यान.. ये चीजें जमीन पर रखने से मां लक्ष्मी होती हैं नाराज.. नहीं मिलता फल ∘∘
मौसम 21 अप्रैल 2025: कल कहीं पर बरसात तो कहीं लू का अलर्ट, जानिए मौसम की ताजा रिपोर्ट
जीतू पटवारी ने ओबीसी आरक्षण को लेकर भाजपा को घेरा, कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अत्याचार का उठाया मुद्दा
निशिकांत दुबे की टिप्पणी पर पवन खेड़ा ने उठाए सवाल, 'क्या भाजपा में कमजोर हो चुके हैं प्रधानमंत्री?'
आरसीबी ने पंजाब किंग्स को 157 पर रोका