Mumbai , 23 अक्टूबर . साउथ सिनेमा के सुपरस्टार मोहनलाल इन दिनों बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘वृषभ’ को लेकर सुर्खियों में बने हैं. Thursday को Actor ने इंस्टाग्राम पर अलग-अलग भाषाओं में पोस्टर जारी किया, जिसके साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, “कुछ कहानियां सुनाने के लिए बनी हैं, तो कुछ दहाड़ने के लिए. ‘वृषभ’ की अनकही दास्तान के लिए तैयार रहें. 25 अक्टूबर को एक धमाकेदार घोषणा होगी.”
हालांकि बाकी जानकारी अभी उन्होंने नहीं बताई है.
फिल्म का निर्देशन और लेखन तेलुगु के जाने-माने निर्देशक नंद किशोर ने किया है. वहीं, प्रोडक्शन की कमान कनेक्ट मीडिया और एकता कपूर की बालाजी टेलीफिल्म्स ने संभाली है. खास बात यह है कि ‘वृषभ’ को मलयालम और तेलुगु में एक साथ शूट किया गया है.
फिल्म को पैन-इंडिया परियोजना के लिए तैयार किया गया है. इसे हिंदी, मलयालम, तेलुगु, तमिल और कन्नड़– कुल पांच भाषाओं में सिनेमाघरों में रिलीज किया जाएगा. दक्षिण India से लेकर उत्तर India तक के दर्शक फिल्म से जुड़ सकेंगे.
इस फिल्म से संजय कपूर की बेटी शनाया कपूर साउथ सिनेमा में डेब्यू करने जा रही हैं. इससे पहले शनाया विक्रांत मैसी के साथ फिल्म ‘आंखों की गुस्ताखियां’ में नजर आई थीं. दर्शकों ने फिल्म को ज्यादा पसंद नहीं किया था.
साउथ की फैन फॉलोइंग और मोहनलाल जैसे दिग्गज के साथ काम करना शनाया के लिए सुनहरा अवसर है. फिल्म का टीजर पहले ही रिलीज किया जा चुका है. टीजर में शानदार वीएफएक्स के साथ मोहनलाल एक योद्धा के रूप में नजर आ रहे हैं.
Actor ने मलयालम समेत तमिल, तेलुगु, हिंदी और कन्नड़ भाषाओं में अभिनय का लोहा मनवाया है. साल 1980 में उन्होंने मंजिला विरिंजा पूक्कल से अभिनय करियर की शुरुआत की.
Actor पांच राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं. वहीं, सिनेमा में उनके योगदान को लेकर उन्हें ‘द कम्प्लीट एक्टर’ की उपाधि दी जा चुकी है.
–
एनएस/वीसी
You may also like
नफरत से भरी हुई है उनकी सोच... AAP नेता अनुराग ढांडा ने मनोहर लाल पर अंबेडकर को लेकर दिए बयान पर निशाना साधा
हम दिल्ली में 28–30 अक्टूबर के बीच क्लाउड सीडिंग के लिए तैयार हैं: पर्यावरण मंत्री
Russian Oil and OPEC: रूसी तेल को लेकर यह कैसा गेम खेल रहे हैं ट्रंप? क्या बीच में फंस गया भारत, अब क्या है आगे का प्लान
भारतीय सीमा के पास चीन का हवाई किला... लहुंजे एयरबेस में लड़ाकू विमानों का विशाल हैंगर तैयार, तवांग से दूरी महज 100 किमी
हरियाणा : करनाल के किसान पराली प्रबंधन में मिसाल, सब्सिडी योजना से बढ़ी उपज और घटा प्रदूषण