New Delhi, 5 नवंबर . कभी-कभी किस्मत इतनी क्रूर होती है कि शोहरत के दरवाजे खुलने से पहले ही जिंदगी पटाक्षेप कर देती है. हॉलीवुड के एक सितारे के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ. उसका नाम था जॉन-एरिक हेक्सम. जिसकी कहानी ग्लैमर, उम्मीद और एक असावधानी से हुई मौत को बयां करती है.
जॉन-एरिक हेक्सम का जन्म 5 नवम्बर 1957 को अमेरिका के न्यू जर्सी में हुआ था. बचपन से ही उनमें करिश्माई व्यक्तित्व और आत्मविश्वास झलकता था. कॉलेज के दिनों में मॉडलिंग से शुरुआत करते हुए उन्होंने जल्द ही अभिनय की ओर कदम बढ़ाया. उनकी काया, मुस्कान और सहज संवाद अदायगी ने उन्हें टेलीविजन का एक परफेक्ट चेहरा बना दिया. 1982 में आई सीरीज “वॉएजर्स!” से उन्हें पहली पहचान मिली, और उसके बाद “कवर अप” ने उन्हें युवा दर्शकों का पसंदीदा बना दिया.
परंतु 1984 में उनकी जिंदगी का अध्याय अचानक और भयावह तरीके से बंद हो गया. डॉनेली पॉल की लिखी ‘फेड टू ब्लैक: अ बुक ऑफ ऑबिच्युरी’ में उस दुखद घटना का जिक्र है. वो अक्टूबर का महीना था, जब “कवर अप” की शूटिंग लॉस एंजेलिस में चल रही थी. सीन में उन्हें एक पिस्तौल इस्तेमाल करनी थी. वो एक “प्रॉप गन” थी जिसमें असली गोली नहीं, बल्कि ब्लैंक कारतूस भरे गए थे. शूटिंग के दौरान लंबे इंतजार से ऊबकर हेक्सम मजाक करने लगे. उन्होंने बंदूक उठाई, अपने सिर पर लगाई और कहा — “लेट्स सी इफ इट्स लोडेड” और उन्होंने ट्रिगर दबा दिया.
अगले ही पल सेट पर सन्नाटा छा गया. ब्लैंक कारतूस में मौजूद गैस प्रेशर ने इतनी ताकत से उनके माथे पर चोट की कि खोपड़ी की हड्डी भीतर धँस गई और दिमाग को गंभीर क्षति पहुंची. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन छह दिन बाद, 18 अक्टूबर 1984 को, केवल 26 वर्ष की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली.
हेक्सम की मां ने उनके अंग दान कर दिए. बेटे के दिल ने 36 वर्षीय व्यक्ति को नई जिंदगी दी. यह शायद उनकी कहानी का सबसे मार्मिक हिस्सा है! एक Actor जिसने खुद पर गोली चलाई, लेकिन अपने दिल से किसी और की जिंदगी बचा गया.
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केआर/
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