Mumbai , 7 नवंबर . चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने Friday को भरोसा जताते हुए कहा कि GST रेट में कटौती और आय कर में राहत के साथ उपभोग बढ़ने से देश की जीडीपी चालू वित्त वर्ष में 6.8 प्रतिशत से भी अधिक बढ़ेगी.
उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भी देश का प्राइवेट कैपिटल एक्सपेंडीचर मजबूत बना हुआ है.
Mumbai में एक इवेंट में शामिल होने के साथ नागेश्वरन ने विदेशी निवेश में बढ़त को देखते हुए दूसरी तिमाही के डेटा के बाद देश के आर्थिक विकास में तेजी से वृद्धि होने का संकेत दिया.
उन्होंने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि इस वर्ष के पहले पांच महीनों में शुद्ध प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में काफी उछाल दर्ज किया गया है, जो कि 2 वर्षों की तुलना में काफी अधिक है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2025 स्लोडाउन की धारणों को देखते हुए प्राइवेट कैपेक्स के लिए काफी बेहतरीन रहा.
नागेश्वरन ने प्राइवेज कैपेक्स पर जोर देते हुए कहा कि यह वित्त वर्ष 2024 में काफी नीचे आ गया था, वहीं वित्त वर्ष 2025 में मजबूती के साथ बढ़ा है, जो दर्शाता है कि निवेश की गति धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रही है.
उन्होंने मजबूत नियामकीय और कानूनी फ्रेमवर्क की जरूरत पर जोर दिया ताकि इंवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर्स के अलावा अलग-अलग सेक्टर में सफलता सुनिश्चित की जा सके.
उन्होंने कहा कि India की रणनीति घरेलू मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं पर बढ़ाने पर होनी चाहिए. नागेश्वरन कहा कहना था कि देश को ग्लोबल सप्लाई चेन के साथ जुड़ने के तरीकों पर विचार करना चाहिए.
नागेश्वरन ने अमेरिका और India के बीच टैरिफ डील को लेकर कहा कि यह डील बहुत जल्द पूरी हो सकती है. उनका कहना था कि India में हाल ही में हुई उपभोग वृद्धि सप्लाई-साइड विस्तार थी, जिसे मजबूत निवेश गति ने बढ़ाया.
उन्होंने कहा कि कंपनियों ने इस वर्ष प्राइमरी मार्केट से 2 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं, जो निवेशकों के मजबूत विश्वास का संकेत है.
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एसकेटी/
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