व्यस्त जीवनशैली, मानसिक तनाव और बदलते खानपान के कारण लोगों की स्वास्थ्य समस्याएं भी बदलती जा रही हैं। इन्हीं में एक आम लेकिन चिंताजनक लक्षण है – भूख में अचानक या धीरे-धीरे कमी आ जाना। यदि आपकी भूख पहले की तुलना में कम हो गई है, और यह स्थिति कुछ दिनों से अधिक समय तक बनी हुई है, तो यह केवल पाचन का मामला नहीं, बल्कि शरीर में किसी गंभीर बीमारी का इशारा भी हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि लंबे समय तक भूख न लगना या भूख में लगातार गिरावट आना, शरीर के भीतर चल रहे कई स्वास्थ्य संबंधी विकारों की शुरुआती चेतावनी हो सकती है। आइए जानते हैं कि यह लक्षण किन संभावित बीमारियों से जुड़ा हो सकता है।
1. पाचन तंत्र संबंधी रोग
भूख कम लगना सबसे पहले पेट से जुड़ी समस्याओं की ओर इशारा करता है। गैस्ट्राइटिस, अल्सर, एसिडिटी, कब्ज या लीवर संबंधी विकार जैसे फैटी लीवर या हेपेटाइटिस में भी व्यक्ति की भूख प्रभावित होती है। इन स्थितियों में पेट हमेशा भरा-भरा सा महसूस होता है और भोजन में रुचि कम हो जाती है।
2. थायरॉइड विकार
हाइपरथायरॉइडिज्म (थायरॉइड हार्मोन की अधिकता) के कारण भूख कभी-कभी बढ़ जाती है, लेकिन हाइपोथायरॉइडिज्म (थायरॉइड की कमी) की स्थिति में मेटाबॉलिज़्म धीमा हो जाता है, जिससे व्यक्ति को भूख कम लगने लगती है। इसके साथ वजन बढ़ना, थकान और ठंड लगना भी आम लक्षण हैं।
3. मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं
डिप्रेशन, एंग्जायटी या अत्यधिक तनाव का सीधा असर भूख पर पड़ता है। मानसिक अस्थिरता के कारण व्यक्ति को खाना फीका, अनावश्यक या बोझिल लगने लगता है। यदि भूख में कमी के साथ मन उदास और ऊर्जा की कमी महसूस हो रही हो, तो मानसिक स्वास्थ्य की जांच जरूरी है।
4. कैंसर और अन्य गंभीर रोग
भूख में कमी कई बार शरीर के अंदर चल रही गंभीर बीमारी जैसे कि कैंसर की चेतावनी भी हो सकती है। विशेषकर पेट, लिवर या पैंक्रियाज के कैंसर में यह लक्षण प्रमुख रूप से देखने को मिलता है। इसके अलावा HIV, टीबी जैसी पुरानी बीमारियों में भी यह लक्षण प्रकट होता है।
5. मधुमेह (डायबिटीज) और किडनी रोग
ब्लड शुगर का असंतुलन भी भूख को प्रभावित करता है। टाइप 2 डायबिटीज में कई बार अचानक भूख कम हो जाती है। इसी तरह किडनी फेल्योर या क्रॉनिक किडनी डिजीज में भी शरीर की ऊर्जा की मांग घट जाती है और भूख का स्तर नीचे चला जाता है।
कब डॉक्टर से मिलना जरूरी है?
यदि आपकी भूख में कमी के साथ वजन कम हो रहा है, थकावट बनी रहती है, स्वाद महसूस नहीं हो रहा या पेट में किसी प्रकार की परेशानी है, तो यह सामान्य नहीं माना जा सकता। ऐसी स्थिति में तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें और आवश्यक जांच करवाएं।
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