हेल्थ और वेलनेस की दुनिया में हर दिन नए-नए ट्रेंड्स आते रहते हैं। इसी कड़ी में एक खास चाय ने काफी लोकप्रियता हासिल की है, जिसका नाम है “बटरफ्लाई टी”। यह रंग-बिरंगी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर चाय न केवल स्वाद में अनूठी है, बल्कि इसके अनेक स्वास्थ्य लाभ भी हैं। जानिए बटरफ्लाई टी के 5 प्रमुख फायदे जो इसे आजकल खास बनाते हैं।
1. शरीर को प्राकृतिक डिटॉक्स करता है
बटरफ्लाई टी में मौजूद फ्लावोनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में मौजूद हानिकारक टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं। यह लीवर की कार्यक्षमता को बेहतर बनाकर स्वाभाविक रूप से शरीर को शुद्ध करता है। नियमित सेवन से त्वचा भी निखरती है।
2. इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक
इस चाय में थायसैनिन नामक यौगिक पाया जाता है, जो शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इससे सर्दी-जुकाम, वायरल और अन्य संक्रमणों से लड़ने में मदद मिलती है। खासकर बदलते मौसम में बटरफ्लाई टी आपके स्वास्थ्य की सुरक्षा कर सकती है।
3. तनाव कम करने में मददगार
बटरफ्लाई टी में प्राकृतिक रूप से मौजूद तत्व मस्तिष्क को शांत करते हैं। इसमें थायसैनिन और एंटीऑक्सीडेंट मानसिक तनाव और चिंता को कम करने में सहायक होते हैं। दिनभर की भागदौड़ के बाद यह चाय मन को आराम देने का बेहतरीन जरिया साबित होती है।
4. वजन घटाने में मदद करती है
बटरफ्लाई टी कैलोरी में बेहद कम होती है और इसमें फैट बर्निंग गुण भी होते हैं। यह मेटाबॉलिज्म को तेज करके वजन घटाने में मदद करती है। डायटिंग कर रहे लोगों के लिए यह एक हेल्दी विकल्प हो सकती है।
5. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद
इस चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा के काले धब्बे कम करने, झुर्रियों को कम करने और बालों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। नियमित सेवन से आप खुद महसूस करेंगे कि आपकी त्वचा की बनावट और बालों की चमक में निखार आया है।
बटरफ्लाई टी कैसे बनाएं और पीएं?
बटरफ्लाई टी असल में “क्लिटोरिया टर्नेट्रिया” फूलों से बनती है, जिसे हिंदी में “नीलगिरी फूल” भी कहा जाता है। इसे गरम पानी में डालकर कुछ मिनटों तक भिगोया जाता है। इस चाय का रंग नीला होता है, लेकिन इसमें नींबू डालते ही इसका रंग गुलाबी हो जाता है। आप इसे गर्म या ठंडी दोनों तरह से पी सकते हैं। बिना चीनी के पीना स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर रहता है।
विशेषज्ञों की राय
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के पोषण विशेषज्ञों का कहना है कि बटरफ्लाई टी में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स की उच्च मात्रा इसे सामान्य चाय से बेहतर बनाती है। हालांकि, इसके सेवन में संयम रखना जरूरी है, क्योंकि हर चीज़ की अधिकता नुकसानदेह हो सकती है।
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