बॉलीवुड के चुनिंदा सितारों में से एक दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। एक्टर के निधन की खबर ने पूरी इंडस्ट्री के साथ-साथ देश भर के फैन्स को सदमे में डाल दिया है। उन्हें प्यार करने वाला हर दिल आज बस मायूस है और रो रहा है। 89 साल के एक्टर धर्मेंद्र का निधन हो गया। बताया जाता है कि एक्टर आखिरी समय में अपनी सांस सम्बंधी तकलीफ से जूझ रहे थे।
कुछ दिन पहले ही उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं सामने आई थीं, जब उन्हें शुरू में नियमित जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 11 अक्टूबर को हॉस्पिटलाइज हुए थे। खबर आई कि उन्हें सांस फूलने की शिकायत के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया गया था कि उम्र की वजह से संबंधी परेशानियों से भी जूझ रहे थे।
पिछले कुछ दिनों से काफी नाजुक बनी हुई थी
हालांकि एक्टर धर्मेंद्र की हालत पिछले कुछ दिनों से काफी नाजुक बनी हुई थी। 10 नवंबर को इस खबर ने तूफान ला दिया कि उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। हालांकि, इसके तुरंत बाद सनी देओल की टीम, धर्मेंद्र की टीम और हेमा मालिनी ने इन खबरों का खंडन किया और बताया कि उनकी हालत ठीक है। इसके बाद से देश भर में लोग उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे थे।
10 नवंबर 2025 को धर्मेंद्र की तबीयत अचानक बिगड़ी
आखिरकार आज 11 नवंबर 2025 को एक्टर के निधन की खबर ने हर किसी को तोड़ कर रख दिया। पूरी इंडस्ट्री में इस खबर से शोक की लहर है। अपना 90 वां जन्मदिन (8 दिसंबर 2025) मनाने से ठीक पहले उन्होंने इस दुनिया से विदाई ले ली। मिली रिपोर्ट के मुताबिक, 10 नवंबर 2025 को धर्मेंद्र की तबीयत अचानक बिगड़ी और इसके इसके साथ ही उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था।
धर्मेंद्र का निधन हिंदी सिनेमा के एक युग का अंत
बीती रात धर्मेंद्र के परिवार के सदस्यों के अलावा कई बड़े सेलेब्स जैसे शाहरुख खान सलमान खान जैसे तमाम सितारे उन्हें देखने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। आईएएनएस के मुताबिक, एक्टर को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी।
छह दशकों से भी ज़्यादा का इतिहास छोड़ा
एक्टर ने अपने पीछे एक लंबा-चौड़ा परिवार और पीछे छह दशकों से भी ज़्यादा का इतिहास छोड़ा है। शोले, चुपके-चुपके और फूल और पत्थर जैसी फिल्में में अपनी यादगार एक्टिंग के लिए जाने जाने वाले धर्मेंद्र ने अपने लुक, बहुमुखी प्रतिभा और स्क्रीन प्रेज़ेंस से हिंदी सिनेमा के एक युग को परिभाषित किया। उनके निधन से बॉलीवुड के इतिहास के एक सुनहरे अध्याय का अंत हो गया।
फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से अपनी शुरुआत की
पंजाब में जन्मे धर्मेंद्र का फिल्मों के प्रति आकर्षण बचपन से ही शुरू हो गया था। उन्हें ब्रेक तब मिला जब उन्होंने फिल्मफेयर न्यू टैलेंट कॉन्टेस्ट जीता, जिसके बाद वे एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने मुंबई आ गए। उन्होंने 1960 में अर्जुन हिंगोरानी की फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से अपनी शुरुआत की। हालाँकि शुरुआती दौर में उन्होंने छोटी-मोटी भूमिकाएं निभाईं, लेकिन उनकी प्रतिभा को जल्द ही पहचान मिली और मीना कुमारी के साथ 'फूल और पत्थर' फिल्म से उनके करियर को एक बड़ा मोड़ मिला। इस फ़िल्म ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया।
एक सच्चे फिल्मी दिग्गज की विरासत हमेशा जिंदा रहेगी
अपने अंतिम वर्षों में भी, धर्मेंद्र फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव रहे है। वे अपने बेटों के साथ 'अपने' (2007) में नजर आए। इस फिल्म ने एक रियल फैमिली के बंधन को खूबसूरती से पर्दे पर उकेरा। हाल के दिनों में भी उन्होंने फिल्मों में काम करना जारी रखा। एक सच्चे फिल्मी दिग्गज की विरासत उनके द्वारा पर्दे पर निभाई कहानियों के दम पर हमेशा जिंदा रहेगी।
कुछ दिन पहले ही उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं सामने आई थीं, जब उन्हें शुरू में नियमित जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 11 अक्टूबर को हॉस्पिटलाइज हुए थे। खबर आई कि उन्हें सांस फूलने की शिकायत के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताया गया था कि उम्र की वजह से संबंधी परेशानियों से भी जूझ रहे थे।
पिछले कुछ दिनों से काफी नाजुक बनी हुई थी
हालांकि एक्टर धर्मेंद्र की हालत पिछले कुछ दिनों से काफी नाजुक बनी हुई थी। 10 नवंबर को इस खबर ने तूफान ला दिया कि उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। हालांकि, इसके तुरंत बाद सनी देओल की टीम, धर्मेंद्र की टीम और हेमा मालिनी ने इन खबरों का खंडन किया और बताया कि उनकी हालत ठीक है। इसके बाद से देश भर में लोग उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे थे।
10 नवंबर 2025 को धर्मेंद्र की तबीयत अचानक बिगड़ी
आखिरकार आज 11 नवंबर 2025 को एक्टर के निधन की खबर ने हर किसी को तोड़ कर रख दिया। पूरी इंडस्ट्री में इस खबर से शोक की लहर है। अपना 90 वां जन्मदिन (8 दिसंबर 2025) मनाने से ठीक पहले उन्होंने इस दुनिया से विदाई ले ली। मिली रिपोर्ट के मुताबिक, 10 नवंबर 2025 को धर्मेंद्र की तबीयत अचानक बिगड़ी और इसके इसके साथ ही उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट कर दिया गया था।
धर्मेंद्र का निधन हिंदी सिनेमा के एक युग का अंत
बीती रात धर्मेंद्र के परिवार के सदस्यों के अलावा कई बड़े सेलेब्स जैसे शाहरुख खान सलमान खान जैसे तमाम सितारे उन्हें देखने के लिए अस्पताल पहुंचे थे। आईएएनएस के मुताबिक, एक्टर को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी।
छह दशकों से भी ज़्यादा का इतिहास छोड़ा
एक्टर ने अपने पीछे एक लंबा-चौड़ा परिवार और पीछे छह दशकों से भी ज़्यादा का इतिहास छोड़ा है। शोले, चुपके-चुपके और फूल और पत्थर जैसी फिल्में में अपनी यादगार एक्टिंग के लिए जाने जाने वाले धर्मेंद्र ने अपने लुक, बहुमुखी प्रतिभा और स्क्रीन प्रेज़ेंस से हिंदी सिनेमा के एक युग को परिभाषित किया। उनके निधन से बॉलीवुड के इतिहास के एक सुनहरे अध्याय का अंत हो गया।
फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से अपनी शुरुआत की
पंजाब में जन्मे धर्मेंद्र का फिल्मों के प्रति आकर्षण बचपन से ही शुरू हो गया था। उन्हें ब्रेक तब मिला जब उन्होंने फिल्मफेयर न्यू टैलेंट कॉन्टेस्ट जीता, जिसके बाद वे एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने मुंबई आ गए। उन्होंने 1960 में अर्जुन हिंगोरानी की फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से अपनी शुरुआत की। हालाँकि शुरुआती दौर में उन्होंने छोटी-मोटी भूमिकाएं निभाईं, लेकिन उनकी प्रतिभा को जल्द ही पहचान मिली और मीना कुमारी के साथ 'फूल और पत्थर' फिल्म से उनके करियर को एक बड़ा मोड़ मिला। इस फ़िल्म ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया।
एक सच्चे फिल्मी दिग्गज की विरासत हमेशा जिंदा रहेगी
अपने अंतिम वर्षों में भी, धर्मेंद्र फिल्म इंडस्ट्री में एक्टिव रहे है। वे अपने बेटों के साथ 'अपने' (2007) में नजर आए। इस फिल्म ने एक रियल फैमिली के बंधन को खूबसूरती से पर्दे पर उकेरा। हाल के दिनों में भी उन्होंने फिल्मों में काम करना जारी रखा। एक सच्चे फिल्मी दिग्गज की विरासत उनके द्वारा पर्दे पर निभाई कहानियों के दम पर हमेशा जिंदा रहेगी।
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