पटना: देश के कई हिस्सों में चल रहा 'आई लव मोहम्मद' आंदोलन अब बिहार की राजधानी पटना भी पहुंच गया है। रविवार को कौमी एकता मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में लोग शहर के प्रमुख स्थल कारगिल चौक पर इकट्ठा हुए और विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में 'आई लव मोहम्मद' लिखे पोस्टर और बैनर थे। बता दें, यह आंदोलन मूल रूप से पैगंबर मोहम्मद साहब के प्रति प्रेम और सम्मान व्यक्त करने के लिए शुरू हुआ था। हालांकि हाल के दिनों में यह कई जगहों पर पुलिस कार्रवाई और रोक-टोक के विरोध में बदल गया है।
योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गुस्सा
पटना के प्रदर्शन में लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि यूपी समेत कई राज्यों में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लगाने या जुलूस निकालने पर पुलिस ने अनुचित कार्रवाई की है।
धार्मिक स्वतंत्रता पर उठाए सवाल
कौमी एकता मंच के सदस्यों ने कहा कि देश के कई राज्यों में धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन हो रहा है। विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में एक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने साफ कहा कि 'नबी से मोहब्बत का इजहार कोई अपराध नहीं है और इस पर पुलिसिया एक्शन गलत है।'
कानपुर से शुरू होकर बना राष्ट्रीय मुद्दा
कानपुर से शुरू हुआ यह आंदोलन अब मुरादाबाद, बरेली, मुंबई, इंदौर और अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों में भी फैल चुका है। पटना में हुए इस प्रदर्शन ने संकेत दिया है कि यह विवाद अब केवल क्षेत्रीय न रहकर एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है।
शांतिपूर्ण समापन और पुलिस की सतर्कताकिसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कारगिल चौक पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। बाद में, कौमी एकता मंच के सदस्य शांति बनाए रखते हुए प्रदर्शन स्थल से लौट गए। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र और राज्य सरकारों से अपील की है कि वे धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें और देश में सौहार्द कायम रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
योगी आदित्यनाथ के खिलाफ गुस्सा
पटना के प्रदर्शन में लोगों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि यूपी समेत कई राज्यों में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लगाने या जुलूस निकालने पर पुलिस ने अनुचित कार्रवाई की है।
धार्मिक स्वतंत्रता पर उठाए सवाल
कौमी एकता मंच के सदस्यों ने कहा कि देश के कई राज्यों में धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन हो रहा है। विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में एक समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने साफ कहा कि 'नबी से मोहब्बत का इजहार कोई अपराध नहीं है और इस पर पुलिसिया एक्शन गलत है।'
कानपुर से शुरू होकर बना राष्ट्रीय मुद्दा
कानपुर से शुरू हुआ यह आंदोलन अब मुरादाबाद, बरेली, मुंबई, इंदौर और अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों में भी फैल चुका है। पटना में हुए इस प्रदर्शन ने संकेत दिया है कि यह विवाद अब केवल क्षेत्रीय न रहकर एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गया है।
शांतिपूर्ण समापन और पुलिस की सतर्कताकिसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कारगिल चौक पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। बाद में, कौमी एकता मंच के सदस्य शांति बनाए रखते हुए प्रदर्शन स्थल से लौट गए। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र और राज्य सरकारों से अपील की है कि वे धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें और देश में सौहार्द कायम रखने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
You may also like
कक्षा सात की छात्रा बनी एक दिन की प्रधानाध्यापक
राजस्थान में मिला 'White Gold' का खजाना, बैटरी से लेकर हाई-टेक इंडस्ट्री तक होगा बड़ा फायदा
20 साल बाद टूटेगा इंतजार राजस्थान के इस जिले में एक बार फिर जलेगा रावण, जाने 2006 से क्यं लगी थी परंपरा पर रोक ?
जयपुर को दिवाली से पहले बड़ा तोहफा! CM भजनलाल ने किए 450 करोड़ के विकास कार्यों का ऐलान, यातायात व्यवस्था होगी मजबूती
"OG Box Office" 5 दिन में Pawan Kalyan की फिल्म का बड़ा धमाका, 250 करोड़ का बजट एक दिन में होगा वसूल, जानें कैसा है Jolly LLB 3 का हाल?