शिवपूजन सिंह, प्रयागराज: सोशल मीडिया पर विधायक पूजा पाल के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की जा रही है। उनके समर्थकों द्वारा बचाव भी किया जा रहा है। इसी बीच एक ट्वीट बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें यह कहा गया है कि नारी उत्पीड़न, जुल्मों सितम के विरुद्ध आवाज उठाने वाली पूजा पाल ने अपनी ही जाति की एक लड़की के खिलाफ ही मुकदमा करवा दिया, यह कैसा न्याय है। पूजा पाल किस मुंह से महिला सम्मान की बात करती हैं? प्रयागराज में अपने समाज की लड़की आरती पाल पर फर्जी FIR करवा दी, क्योंकि उस लड़की ने महिला विधायक के वर्तमान पति का नाम उजागर कर दिया था, इसलिए पूजा पाल के मुंह से महिला सम्मान की बातें शोभा नहीं देती हैं।
सोशल मीडिया पर इस तरह के सवालों की बौछार शुरू है। आखिरकार विधायक पूजा पाल ने अपने ही समाज की जिस लड़की आरती पाल पर मुकदमा दर्ज कराया वह लकड़ी कौन है। दरअसल, चायल विधायक पूजा पाल ने जिस लड़की आरती पाल के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया वह भी वर्तमान में समाजवादी पार्टी की एक चर्चित युवा नेत्री है और समाजवादी पार्टी की लोहिया वाहिनी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य है।
इलाहाबाद विवि से ग्रेजुएशन कर रही हैं आरती पाल
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करने के बाद उसका झुकाव राजनीति की ओर हो गया। धीरे-धीरे करके वह समाजवादी पार्टी के बड़े मंचों पर एक वक्ता के रूप में बोलना शुरू किया। शुरुआती दौर में उसकी बातों को लोगों ने तवज्जों नहीं दिया, लेकिन जब उसके तर्कों को सुना तो उम्र से कई गुना ज्यादा वजनी उसकी बातें थीं। फिर उसने पूजा पाल को टारगेट करके सबसे पहले क्षेत्र के विकास कार्यों को पूछना शुरू किया, लेकिन चर्चा में तब आई, जब वह फेसबुक और ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट और मंच के माध्यम से पूजा पाल को टारगेट करना शुरू किया।
आरती पाल एलएलबी की पढ़ाई कर रही हैं
आरती पाल एलएलबी फर्स्ट सेमेस्टर की छात्रा हैं। उसके पिता मक्खन लाल की 2013 में मृत्यु हो गई है। परिवार में मां, एक बहन और एक भाई है। बहन और भाई दोनों उससे उम्र में छोटे हैं। परिवार की भी जिम्मेदारी उसी के सिर पर है। इसके बावजूद भी वह राजनीति में काफी सक्रिय है। समाजवादी पार्टी के महानगर इकाई के आईटी सेल की वह सक्रिय सदस्य भी है।
पति पर खुलासा नागवार गुजरा
एनबीटी ऑनलाइन से बात करते हुए आरती पाल ने बताया कि उसने पूजा पाल के कानूनी पति बृजेश वर्मा के बारे में खुलासा किया, जो पूजा पाल को नागवार गुजरा और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया, लेकिन सच्चाई यही है कि पूजा पाल स्वर्गीय राजू पाल के नाम का इस्तेमाल करती हैं, जबकि कानूनी रूप से उन्होंने दूसरी शादी कर ली और उनके पति का नाम बृजेश वर्मा हैं, जोकि पूर्व विधायक हैं। सत्यता उजागर करने के बाद उनके ऊपर काफी दबाव डाला गया। पाल बिरादरी के कुछ ठेकेदारों टाइप के लोगों ने भी दबाव डाला, लेकिन वह अपनी बात पर कायम रहीं।
पुलिस से डराया-धमकाया गया
उन्होंने बताया कि पुलिस के द्वारा भी डराया धमकाया गया। उसके सोशल मीडिया के अकाउंट को भी ब्लॉक कर दिया गया। कुछ लोगों द्वारा उसे अब खतरा भी है। आरती पाल ने तर्क दिया कि अगर पूजा पाल ने तलाक ले लिया तो तलाकनामे के पेपर को सार्वजनिक करना चाहिए और इस बात को समाज के सामने लाना चाहिए कि सत्यता क्या है, लेकिन दूसरी शादी करने के बाद अब स्वर्गीय विधायक राजू पाल के नाम पर पूजा पाल को घड़ियाल आंसू नहीं बहाने चाहिए। पाल या अन्य समाज के लोगों की सहानुभूति नहीं बटोरनी चाहिए।
पूजा पाल के खिलाफ अपशब्द नहीं इस्तेमाल किए- आरती
आरती पाल ने कहा कि पूजा पाल के विरुद्ध उन्होंने किसी भी तरह के अशब्दों का उपयोग नहीं किया, जो भी लिखा और बोला वह उनके कानूनी पति हैं, जिसको वह समाज के सामने उजागर नहीं करना चाहती थीं। एक अन्य सवाल पर उसने कहा कि एक नारी की मर्यादा की बात करें तो सोशल मीडिया पर जो अपशब्दों, गैर मर्यादित शब्दों का प्रयोग लोग पूजा पाल के लिए कर रहे हैं, एक महिला होने के नाते मुझे यह अनुचित लग रहा है। ऐसा नहीं करना चाहिए, लेकिन जिसके बारे में यह शब्द प्रयोग हो रहे हैं, उसे भी पाक साफ होना चाहिए। पूजा पाल को स्वयं का पहले आकलन करना चाहिए।
आरती पाल से जब यह पूछा गया कि सोशल मीडिया पर यह चर्चा है कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को अब आरती को पूजा पाल की जगह स्थापित कर देना चाहिए तो इस सवाल पर आरती पाल ने कहा कि मौका सबको मिलता है। हमें भी कभी मौका मिला तो हम सबसे पहले जितने भी जनप्रतिनिधि हैं, हम उनके कार्यों का रिकॉर्ड निकलेंगे और उनके आगे के कार्यों को धरातल पर लाएंगे। युवाओं के सामने बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रही। इससे समाज को मुक्त करने का प्रयास करेंगे।
आरती पाल के खिलाफ 22 अप्रैल को दर्ज कराया था मुकदमा
बता दें कि चायल विधायक पूजा पाल ने 22 अप्रैल 2025 को प्रयागराज के धूमनगंज कोतवाली में आरती पाल नामक एक लड़की के विरुद्ध एक मुकदमा पंजीकृत कराया था, जिसमें आरोप लगा है कि आरती पाल ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट के जरिए विधायक पूजा पाल की राजनीतिक छवि गरिमा को धूमिल करने का प्रयास किया और निजी जीवन की मर्यादा शुचिता के विरुद्ध अभद्र और अश्लील टिप्पणी कर जनता को अधिक भ्रमित किया। इतना ही नहीं आरती पाल ने उनके राजनीतिक भविष्य को अपूर्णनीय क्षति पहुंचने का प्रयास भी किया। इस संबंध में विधायक पूजा पाल के प्रार्थना पत्र के साथ आरती पाल की अकाउंट का स्क्रीन शॉट और आपत्तिजनक पोस्ट का लिंक और स्क्रीन शॉट संलग्न किया गया है।
कई जिलों में दर्ज हुए मुकदमे
समाजवादी पार्टी के निष्कासन के बाद से सोशल मीडिया पर पूजा पाल को बुरी तरह से टारगेट किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा में टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध प्रयागराज, कौशांबी, उरई और फर्रुखाबाद आदि जनपद में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। अधिकांश थानों पर प्रार्थना पत्र दिए गए हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर एक नाम बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसको लेकर कहा जा रहा है की पूजा पाल ने आरती पाल नामक एक लड़की के ऊपर भी मुकदमा करा दिया, जबकि वह खुद को नारी जुल्म के खिलाफ लड़ने वाली बताती हैं।
सोशल मीडिया पर इस तरह के सवालों की बौछार शुरू है। आखिरकार विधायक पूजा पाल ने अपने ही समाज की जिस लड़की आरती पाल पर मुकदमा दर्ज कराया वह लकड़ी कौन है। दरअसल, चायल विधायक पूजा पाल ने जिस लड़की आरती पाल के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया वह भी वर्तमान में समाजवादी पार्टी की एक चर्चित युवा नेत्री है और समाजवादी पार्टी की लोहिया वाहिनी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य है।
इलाहाबाद विवि से ग्रेजुएशन कर रही हैं आरती पाल
इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन करने के बाद उसका झुकाव राजनीति की ओर हो गया। धीरे-धीरे करके वह समाजवादी पार्टी के बड़े मंचों पर एक वक्ता के रूप में बोलना शुरू किया। शुरुआती दौर में उसकी बातों को लोगों ने तवज्जों नहीं दिया, लेकिन जब उसके तर्कों को सुना तो उम्र से कई गुना ज्यादा वजनी उसकी बातें थीं। फिर उसने पूजा पाल को टारगेट करके सबसे पहले क्षेत्र के विकास कार्यों को पूछना शुरू किया, लेकिन चर्चा में तब आई, जब वह फेसबुक और ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट और मंच के माध्यम से पूजा पाल को टारगेट करना शुरू किया।
आरती पाल एलएलबी की पढ़ाई कर रही हैं
आरती पाल एलएलबी फर्स्ट सेमेस्टर की छात्रा हैं। उसके पिता मक्खन लाल की 2013 में मृत्यु हो गई है। परिवार में मां, एक बहन और एक भाई है। बहन और भाई दोनों उससे उम्र में छोटे हैं। परिवार की भी जिम्मेदारी उसी के सिर पर है। इसके बावजूद भी वह राजनीति में काफी सक्रिय है। समाजवादी पार्टी के महानगर इकाई के आईटी सेल की वह सक्रिय सदस्य भी है।
पति पर खुलासा नागवार गुजरा
एनबीटी ऑनलाइन से बात करते हुए आरती पाल ने बताया कि उसने पूजा पाल के कानूनी पति बृजेश वर्मा के बारे में खुलासा किया, जो पूजा पाल को नागवार गुजरा और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया, लेकिन सच्चाई यही है कि पूजा पाल स्वर्गीय राजू पाल के नाम का इस्तेमाल करती हैं, जबकि कानूनी रूप से उन्होंने दूसरी शादी कर ली और उनके पति का नाम बृजेश वर्मा हैं, जोकि पूर्व विधायक हैं। सत्यता उजागर करने के बाद उनके ऊपर काफी दबाव डाला गया। पाल बिरादरी के कुछ ठेकेदारों टाइप के लोगों ने भी दबाव डाला, लेकिन वह अपनी बात पर कायम रहीं।
पुलिस से डराया-धमकाया गया
उन्होंने बताया कि पुलिस के द्वारा भी डराया धमकाया गया। उसके सोशल मीडिया के अकाउंट को भी ब्लॉक कर दिया गया। कुछ लोगों द्वारा उसे अब खतरा भी है। आरती पाल ने तर्क दिया कि अगर पूजा पाल ने तलाक ले लिया तो तलाकनामे के पेपर को सार्वजनिक करना चाहिए और इस बात को समाज के सामने लाना चाहिए कि सत्यता क्या है, लेकिन दूसरी शादी करने के बाद अब स्वर्गीय विधायक राजू पाल के नाम पर पूजा पाल को घड़ियाल आंसू नहीं बहाने चाहिए। पाल या अन्य समाज के लोगों की सहानुभूति नहीं बटोरनी चाहिए।
पूजा पाल के खिलाफ अपशब्द नहीं इस्तेमाल किए- आरती
आरती पाल ने कहा कि पूजा पाल के विरुद्ध उन्होंने किसी भी तरह के अशब्दों का उपयोग नहीं किया, जो भी लिखा और बोला वह उनके कानूनी पति हैं, जिसको वह समाज के सामने उजागर नहीं करना चाहती थीं। एक अन्य सवाल पर उसने कहा कि एक नारी की मर्यादा की बात करें तो सोशल मीडिया पर जो अपशब्दों, गैर मर्यादित शब्दों का प्रयोग लोग पूजा पाल के लिए कर रहे हैं, एक महिला होने के नाते मुझे यह अनुचित लग रहा है। ऐसा नहीं करना चाहिए, लेकिन जिसके बारे में यह शब्द प्रयोग हो रहे हैं, उसे भी पाक साफ होना चाहिए। पूजा पाल को स्वयं का पहले आकलन करना चाहिए।
आरती पाल से जब यह पूछा गया कि सोशल मीडिया पर यह चर्चा है कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को अब आरती को पूजा पाल की जगह स्थापित कर देना चाहिए तो इस सवाल पर आरती पाल ने कहा कि मौका सबको मिलता है। हमें भी कभी मौका मिला तो हम सबसे पहले जितने भी जनप्रतिनिधि हैं, हम उनके कार्यों का रिकॉर्ड निकलेंगे और उनके आगे के कार्यों को धरातल पर लाएंगे। युवाओं के सामने बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या बनकर उभर रही। इससे समाज को मुक्त करने का प्रयास करेंगे।
आरती पाल के खिलाफ 22 अप्रैल को दर्ज कराया था मुकदमा
बता दें कि चायल विधायक पूजा पाल ने 22 अप्रैल 2025 को प्रयागराज के धूमनगंज कोतवाली में आरती पाल नामक एक लड़की के विरुद्ध एक मुकदमा पंजीकृत कराया था, जिसमें आरोप लगा है कि आरती पाल ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट के जरिए विधायक पूजा पाल की राजनीतिक छवि गरिमा को धूमिल करने का प्रयास किया और निजी जीवन की मर्यादा शुचिता के विरुद्ध अभद्र और अश्लील टिप्पणी कर जनता को अधिक भ्रमित किया। इतना ही नहीं आरती पाल ने उनके राजनीतिक भविष्य को अपूर्णनीय क्षति पहुंचने का प्रयास भी किया। इस संबंध में विधायक पूजा पाल के प्रार्थना पत्र के साथ आरती पाल की अकाउंट का स्क्रीन शॉट और आपत्तिजनक पोस्ट का लिंक और स्क्रीन शॉट संलग्न किया गया है।
कई जिलों में दर्ज हुए मुकदमे
समाजवादी पार्टी के निष्कासन के बाद से सोशल मीडिया पर पूजा पाल को बुरी तरह से टारगेट किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर अभद्र भाषा में टिप्पणी करने वालों के विरुद्ध प्रयागराज, कौशांबी, उरई और फर्रुखाबाद आदि जनपद में मुकदमा भी दर्ज कराया गया है। अधिकांश थानों पर प्रार्थना पत्र दिए गए हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर एक नाम बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसको लेकर कहा जा रहा है की पूजा पाल ने आरती पाल नामक एक लड़की के ऊपर भी मुकदमा करा दिया, जबकि वह खुद को नारी जुल्म के खिलाफ लड़ने वाली बताती हैं।
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