नई दिल्ली: सेना ने सोमवार को लगातार दूसरे दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में इस्लामाबाद से कराची तक 13 जगहों को निशाना बनाया गया। सेना ने इसका MAP दिखाते हुए बताया कि इनमें नूरखान एयरबेस और रहमियार खान एयरबेस भी शामिल हैं। टॉप सैन्य अफसरों ने भारत के एयर डिफेंस सिस्टम का ब्योरा देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में यह सिस्टम देशवासियों की सुरक्षा दीवार बनकर खड़ा रहा। साथ ही, पाकिस्तान को चेताया कि हमारे सभी एयरबेस और सभी सिस्टम सुरक्षित हैं और अगले मिशन के लिए पूरी तरह तैयार और तत्पर हैं। हमने जरूरी जबावी कार्रवाई कीआर्मी से DGMO लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, डीजी नेवल ऑपरेशंस वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद और डीजी एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर ये नई जानकारियां दीं। एयर मार्शल भारती ने साफ कहा कि हमारी लड़ाई आतंकवाद और आतंकवादियों के खिलाफ थी, इसलिए 7 मई को हमने सिर्फ आतंकी ठिकानों पर ही हमला किया था। लेकिन अफसोस इस बात का है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का साथ देना उचित समझा और इस लड़ाई को अपनी लड़ाई बना दिया। तब हमारी जवाबी कार्रवाई बहुत जरूरी थी और इसमें उनका जो भी नुकसान हुआ, उसके लिए वे खुद जिम्मेदार हैं।डीजी मिलिट्री ऑपरेशंस लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में आतंक की गतिविधियों के चरित्र में बदलाव आ रहा था। वे हमारी मिलिट्री के साथ-साथ मासूम सिविलियंस पर भी हमले कर रहे थे। साल 2024 में जम्मू में शिवखोड़ी मंदिर को जाते श्रद्धालुओं और इस साल अप्रैल में पहलगाम में मासूम टूरिस्टों को निशाना बनाया। पहलगाम तक पाप का ये घड़ा भर चुका था। अफसरों ने कहा- पहलगाम तक पाप का घड़ा भर चुका थाक्या वायुसेना ने पाकिस्तान के किराना हिल्स में बनी न्यूक्लियर फैसिलिटी (एटमी अड्डे) को निशाना बनाया? इस पर एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने कहा, ‘यह बताने के लिए शुक्रिया कि किराना हिल्स में न्यूक्लियर स्टोरेज है। हमें यह मालूम नहीं था। किराना हिल्स में जो भी था, हमने किराना हिल को हिट नहीं किया। रविवार की ब्रीफिंग में भी हमने ऐसा कुछ नहीं बताया था।’ पाकिस्तान के सरगोधा में किराना हिल्स मिलिट्री एरिया है। बताते हैं, वहां पाकिस्तान के एटमी हथियारों का अंडरग्राउंड स्टोरेज है। मुशफ एयर फोर्स बेस और खुशाब एटमी प्लांट इसके पास ही बने हैं। चीनी मिसाइलें, तुर्किये के ड्रोन नाकामपाकिस्तान ने भारत के एयरबेस और मिलिट्री ठिकानों को निशाना बनाने के लिए चीन से ली हुई मिसाइल PL-15 और तुर्किये के ड्रोन YIHA का इस्तेमाल किया, लेकिन भारत के मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ने दोनों को ही नाकाम किया। शनिवार सुबह सेना ने अमृतसर के पास जिस कामेकाजी ड्रोन को गिराया, वह तुर्किये का बना Byker YIHA III ड्रोन था। वहीं, PL-15 मॉडर्न लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल है। इसे पाकिस्तानी जेट इस्तेमाल करते हैं। भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने इसे भी मार गिराया। एयर डिफेंस सिस्टम में स्वदेशी का दमसैन्य अधिकारियों ने बताया कि भारत के एयर डिफेंस सिस्टम में मल्टीलेयर सेंसर और वेपन शामिल हैं। इसमें पॉइंटेड गन से लेकर लो लेवल एयर डिफेंस गन, कंधे से दागी जाने वाली गन (MANPADS) और शॉर्ट रेंज की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें, फाइटर एयरक्राफ्ट और लॉन्ग रेंज मिसाइलें शामिल हैं। पाकिस्तानी खतरों से निपटने में विंटेज सिस्टम पिचोरा के साथ ही आधुनिक सिस्टम, सबने मिलकर काम किया। अहम उपलब्धि स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम 'आकाश' का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा। इंटिग्रेटेड एयर कमांड ऐंड कंट्रोल सिस्टम से सारा कोऑर्डिनेशन होता रहा।
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