सुकमा: केन्द्र और छत्तीसगढ़ सरकार का दावा है कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म कर दिया जाएगा। नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सुरक्षाबल के जवान लगातार ऑपरेशन चला रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ सरकार नक्सलियों से अपील कर रही है कि हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौट आएं। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा सोमवार को अचानक नक्सलियों के टॉप लीडर हिडमा और देवा के गांव पूर्वर्ती पहुंचे। उन्होंने दोनों नक्सलियों के परिजनों से मुलाकात की।
हार्डकोर नक्सली इलाका है पूर्वती
सुकमा जिले के कोंटा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले पूर्वर्ती गांव हार्ड कोर नक्सली है। डेप्युटी सीएम विजय शर्मा ने नक्सली हिडमा और देवा की मां के साथ खाना खाया। उन्होंने माताओं से अपील करते हुए कहा कि बेटों को कहें कि वह सरेंडर कर दें। विजय शर्मा ने कहा कि नक्सली सरेंडर करेंगे, उन्हें वापस आने का सुरक्षित रास्ता भी दिया जाएगा। आने के बाद पुनर्वास भी कराया जाएगा। वर्ना जो प्रक्रिया है सर्चिंग की वो चलेगी। अगर नक्सलियों की तरफ से हमला होता है, तो उसका मुंहतोड़ जवाब भी दिया जाएगा।
मां ने बेटे से की अपील
डेप्युटी सीएम के सामने ही नक्सली कमांडर हिड़मा की मां माड़वी पुंजी और नक्सल लीडर बारसे देवा की मां बारसे सिंगे ने बेटों से सरेंडर करने की अपील की है। उन्होंने अपने-अपने बेटों से सरेंडर करने की अपील करते हुए कहा कि घर लौट आओ बेटा। गांव में ही कमाई करेंगे और खाएंगे। दोनों नक्सलियों की मां ने गृहमंत्री विजय शर्मा के सामने अपील की है। उन्होंने गोंडी भाषा में अपने बेटों से अपील की जिसके बाद वहां मौजूद अधिकारियों ने उसे हिन्दी में विजय शर्मा को समझाया।
हिड़मा की मां माड़वी पुंजी ने अपने बेटे से कहा कि कहां पर हो, आ जाओ कह रही हूं। नहीं आ रहा है तो मैं कैसे करूं, कहीं आसपास रहता तो जंगल में ढूढ़ने भी जाती, और क्या कहूं बेटा, घर आजा बोल रही हूं। वे बड़े गैर जिम्मेदाराना तरीके से सब कुछ छोड़ कर जंगल में हथियार लेकर भटक रहे हैं। उन्होंने अपने बच्चों से अपील की,‘‘परिवार, गांव, समाज को छोड़कर जंगल में हथियार लेकर भटकने से किसी का भला नहीं हो रहा है। अपने हथियार छोड़कर पुनर्वास का रास्ता चुनो और समाज, परिवार, परिजनों के बीच रहकर विकास तथा सबके हित के लिए कार्य करें।’’
डेप्युटी सीएम ने की अपील
वहीं, डेप्युटी सीएम विजय शर्मा ने कहा- सभी भटके युवा हथियार छोड़ मुख्यधारा में लौट आएं। शासन उनका ख्याल रखेगी और समाज के बीच रहकर अहिंसक तरीके से मुख्यधारा में शामिल होकर वे क्षेत्र के विकास के लिए कार्य कर सकते हैं। क्षेत्र के विकास और समृद्धि के लिए सभी के साथ की आवश्यकता है। यह युवा शक्ति क्षेत्र के विकास की नींव बन सकते हैं। उन्होंने हिड़मा तथा बारसे देवा के साथ दक्षिण बस्तर के भटके युवाओं के पुनर्वास के लिए भी सतत प्रयास किया जा रहा है।
हार्डकोर नक्सली इलाका है पूर्वती
सुकमा जिले के कोंटा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले पूर्वर्ती गांव हार्ड कोर नक्सली है। डेप्युटी सीएम विजय शर्मा ने नक्सली हिडमा और देवा की मां के साथ खाना खाया। उन्होंने माताओं से अपील करते हुए कहा कि बेटों को कहें कि वह सरेंडर कर दें। विजय शर्मा ने कहा कि नक्सली सरेंडर करेंगे, उन्हें वापस आने का सुरक्षित रास्ता भी दिया जाएगा। आने के बाद पुनर्वास भी कराया जाएगा। वर्ना जो प्रक्रिया है सर्चिंग की वो चलेगी। अगर नक्सलियों की तरफ से हमला होता है, तो उसका मुंहतोड़ जवाब भी दिया जाएगा।
मां ने बेटे से की अपील
डेप्युटी सीएम के सामने ही नक्सली कमांडर हिड़मा की मां माड़वी पुंजी और नक्सल लीडर बारसे देवा की मां बारसे सिंगे ने बेटों से सरेंडर करने की अपील की है। उन्होंने अपने-अपने बेटों से सरेंडर करने की अपील करते हुए कहा कि घर लौट आओ बेटा। गांव में ही कमाई करेंगे और खाएंगे। दोनों नक्सलियों की मां ने गृहमंत्री विजय शर्मा के सामने अपील की है। उन्होंने गोंडी भाषा में अपने बेटों से अपील की जिसके बाद वहां मौजूद अधिकारियों ने उसे हिन्दी में विजय शर्मा को समझाया।
हिड़मा की मां माड़वी पुंजी ने अपने बेटे से कहा कि कहां पर हो, आ जाओ कह रही हूं। नहीं आ रहा है तो मैं कैसे करूं, कहीं आसपास रहता तो जंगल में ढूढ़ने भी जाती, और क्या कहूं बेटा, घर आजा बोल रही हूं। वे बड़े गैर जिम्मेदाराना तरीके से सब कुछ छोड़ कर जंगल में हथियार लेकर भटक रहे हैं। उन्होंने अपने बच्चों से अपील की,‘‘परिवार, गांव, समाज को छोड़कर जंगल में हथियार लेकर भटकने से किसी का भला नहीं हो रहा है। अपने हथियार छोड़कर पुनर्वास का रास्ता चुनो और समाज, परिवार, परिजनों के बीच रहकर विकास तथा सबके हित के लिए कार्य करें।’’
डेप्युटी सीएम ने की अपील
वहीं, डेप्युटी सीएम विजय शर्मा ने कहा- सभी भटके युवा हथियार छोड़ मुख्यधारा में लौट आएं। शासन उनका ख्याल रखेगी और समाज के बीच रहकर अहिंसक तरीके से मुख्यधारा में शामिल होकर वे क्षेत्र के विकास के लिए कार्य कर सकते हैं। क्षेत्र के विकास और समृद्धि के लिए सभी के साथ की आवश्यकता है। यह युवा शक्ति क्षेत्र के विकास की नींव बन सकते हैं। उन्होंने हिड़मा तथा बारसे देवा के साथ दक्षिण बस्तर के भटके युवाओं के पुनर्वास के लिए भी सतत प्रयास किया जा रहा है।
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