सुनील मिश्रा, संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में थाना बनियाठेर क्षेत्र के गांव अहमदनगर थरैसा में पखाखे छोड़ने के विवाद को लेकर दो समुदाय बीच विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए और जमकर ईंट-पत्थर चले। इस बीच करीब 6 लोग घायल और मामूली रूप से चोटिल हुए है।
दरअसल बीती रात आठ बजे के आसपास गांव अहमदनगर थरैसा में दिपावली पर आतिशबाजी छोड़ने को लेकर दो समुदायों बीच जमकर विवाद हो गया। मारपीट के साथ गांव में आमने-सामने आए दोनों समुदाय के लोगों पथराव हुआ। इस घटना में बच्चों और महिलाओं समेत करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए है।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। वहीं घायलों को इलाज के लिए भेजा गया है। चूंकि मामला दो समुदाय विशेष के बीच होने पर गांव में भारी पुलिस बल और आरआरएफ के जवानों की तैनाती की गई है। इधर वहीं कुछ संभ्रांत लोग समझौते की पहल में जुटे हुए है।
मिली जानकारी के अनुसार गांव अहमदनगर थरैसा निवासी धर्मपाल जाटव के घर बदायूं के इस्लामनगर थाना क्षेत्र के महरोला गांव का रहने वाला 12 साल का धेवता तनिष्क आया हुआ था। जो कि दिपावली के त्योहार वाले पर्व के मौके पर आतिशबाज़ी छोड़ रहा था। तभी दूसरे समुदाय का एक बच्चा सादिक भी आतिशबाज़ी देखने वहां पहुंच गया। जहां किसी बात को लेकर दोनों बच्चों में विवाद उत्पन्न हो गया।
इसके बाद उनके परिजन आपस में बच्चों के विवाद को लेकर झगड़ने लगे। देखते ही देखते दोनों ओर से ईंट पत्थर फेंक चलना शुरू हो गया। सूचना के बाद इंस्पेक्टर मनोज कुमार वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। सीओ मनोज कुमार भी विवाद के मद्देनजर तत्काल आ पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
इस घटना में तनिष्क, मित्रपाल अन्य को चोटें आई है। हाल-फिलहाल एक पक्ष के धर्मपाल सिंह की तरफ से थाने पर शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई है। वहीं थाना प्रभारी मनोज कुमार वर्मा का कहना है कि इस मामले में किसी भी पक्ष से कोई तहरीर प्राप्त नहीं है। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एतियातन पुलिस बल व आरआरएफ के जवान तैनात किए गए है।
दरअसल बीती रात आठ बजे के आसपास गांव अहमदनगर थरैसा में दिपावली पर आतिशबाजी छोड़ने को लेकर दो समुदायों बीच जमकर विवाद हो गया। मारपीट के साथ गांव में आमने-सामने आए दोनों समुदाय के लोगों पथराव हुआ। इस घटना में बच्चों और महिलाओं समेत करीब आधा दर्जन लोग घायल हो गए है।
सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। वहीं घायलों को इलाज के लिए भेजा गया है। चूंकि मामला दो समुदाय विशेष के बीच होने पर गांव में भारी पुलिस बल और आरआरएफ के जवानों की तैनाती की गई है। इधर वहीं कुछ संभ्रांत लोग समझौते की पहल में जुटे हुए है।
मिली जानकारी के अनुसार गांव अहमदनगर थरैसा निवासी धर्मपाल जाटव के घर बदायूं के इस्लामनगर थाना क्षेत्र के महरोला गांव का रहने वाला 12 साल का धेवता तनिष्क आया हुआ था। जो कि दिपावली के त्योहार वाले पर्व के मौके पर आतिशबाज़ी छोड़ रहा था। तभी दूसरे समुदाय का एक बच्चा सादिक भी आतिशबाज़ी देखने वहां पहुंच गया। जहां किसी बात को लेकर दोनों बच्चों में विवाद उत्पन्न हो गया।
इसके बाद उनके परिजन आपस में बच्चों के विवाद को लेकर झगड़ने लगे। देखते ही देखते दोनों ओर से ईंट पत्थर फेंक चलना शुरू हो गया। सूचना के बाद इंस्पेक्टर मनोज कुमार वर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। सीओ मनोज कुमार भी विवाद के मद्देनजर तत्काल आ पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
इस घटना में तनिष्क, मित्रपाल अन्य को चोटें आई है। हाल-फिलहाल एक पक्ष के धर्मपाल सिंह की तरफ से थाने पर शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई है। वहीं थाना प्रभारी मनोज कुमार वर्मा का कहना है कि इस मामले में किसी भी पक्ष से कोई तहरीर प्राप्त नहीं है। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एतियातन पुलिस बल व आरआरएफ के जवान तैनात किए गए है।
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