इंटरनेट डेस्क। भारत-पाकिस्तान के बीच पहलगाम मामले में अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। इसी बीच जमीयत उलेमा- ए -हिंद के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि पानी रोका जाना ठीक नहीं है। इसके पहले उन्होंने इस आतंकवादी घटना की कड़े शब्दों में निंदा की ओर कहा कि धर्म पूछ कर जान लेने वाले आतंकवादी सिर्फ जाहिलहो सकते हैं मुसलमान नहीं। बता दें कि इस आतंकवादी हमले के विरोध में भारत ने कार्रवाई करते हुए सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया है। इसके बाद मौलाना अरशद का या बयान आया है जो अब सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
वह खून बहाएं और हम पानी भी बंद ना करेंअरशद मदनी के बयान पर भारतीय जनता पार्टी के नेता शाहनवाज हुसैन ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि जिस तरह की बयान बाजी मौलाना कर रहे हैं उसे साफ समझ में आता है कि मुसलमान समाज में क्यों जमीयत उलेमा ए हिंद को लेकर गुस्सा है। भाजपा नेता ने कहा कि इस हमले के बाद जहां भारत का हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सब एक साथ खड़े होकर पाकिस्तान को धूल चटाना चाहते हैं वहां इस तरह के बयान निश्चित तौर पर हमारे देश के नागरिकों के साथ सेना के मनोबल को भी कम करते हैं।
बाद में बदले तेवर और किया कवरसोशल मीडिया में इस बयान पर आते हुए रिएक्शन को देखकर मौलाना अरशद ने कहा कि मेरे कहने का मतलब सिर्फ यह था कि नफरत की हुकूमत को आगे नहीं बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि आखिर आप दरिया को कहां ले जायेंगे प्यार मोहब्बत की हुकूमत होनी चाहिए नफरत से किसी को कुछ हासिल नहीं होता। उन्होंने कहा कि मेरे कहने का गलत मतलब मत निकालो मैं पहले भी कह चुका हूं कि इस्लाम बेगुनाहों की कत्ल की इजाजत नहीं देता अगर कोई ऐसा कर रहा है तो वह मुसलमान नहीं हो सकता।
PC : abpnews
You may also like
1 लाख वानरों के साथ रावण से लड़े थे श्री राम, युद्ध के बाद कहां गई सेना, सुग्रीव-अंगद का क्या हुआ 〥
Samsung Galaxy Z Fold7 and Z Flip7 Battery Capacities Revealed Ahead of Launch
Chrome 136 for Android Introduces Visual Tweaks, Reduces Dynamic Color Usage
जया किशोरी का विवादास्पद दावा: मोरनी गर्भवती होती है मोर के आंसुओं से?
इटावा का पिलुआ हनुमान मंदिर: चमत्कारों का अद्भुत स्थल