जोधपुर, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। राजस्थान सरकार के संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने शुक्रवार को जोधपुर में समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने साफ किया कि यह कोई नया मामला नहीं है, बल्कि यह जांच गहलोत सरकार के समय से ही चल रही है।
जोगाराम पटेल ने कहा कि अशोक गहलोत जब प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, तब से ही जांच की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि कांग्रेस को यह बताना चाहिए कि पर्ल एग्रो कॉर्पोरेशन से जुड़े 28 लाख निवेशकों को न्याय कब मिलेगा? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि खाचरियावास और उनके परिवार पर इस घोटाले में शामिल होने के गंभीर आरोप हैं।
उन्होंने कहा कि प्रताप सिंह को जांच में सहयोग करना चाहिए और न्याय व्यवस्था पर भरोसा रखना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार कभी भी द्वेष भावना से कार्रवाई नहीं करती, बल्कि सत्य के आधार पर हर कार्रवाई की जाती है। जिसने जितना खाया है, सब बाहर निकलेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने सवाल किया कि जब वह संजीवनी घोटाले को लेकर सवाल करते हैं, तो पहले यह बताएं कि पर्ल घोटाले के पीड़ितों को अब तक न्याय क्यों नहीं मिला। पटेल ने आगे कहा कि खाचरियावास को अपनी भाषा की मर्यादा बनाए रखनी चाहिए, क्योंकि राजनीति में संयम आवश्यक है। जो नेता अपनी मर्यादा भूल जाता है, उसका पतन निश्चित होता है।
कांग्रेस द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में लगातार विरोध-प्रदर्शन करने और गहलोत द्वारा खुद को सबसे पहले जेल भेजे जाने की बात कहने पर पटेल ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा दायर एक मुकदमा दिल्ली में विचाराधीन है, उनका इतना ही मन है तो उनका निर्णय होने दें, उनकी इच्छा पूरी हो जाएगी। लेकिन नेशनल हेराल्ड केस में तो उनको जेल हो ही जाएंगे जो आरोपी हैं, आरोपी के सिवा कोई जेल नहीं जाएगा।
--आईएएनएस
पीएसके/केआर
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