– शारदा विहार स्थित ऐतिहासिक बावड़ी का प्रभारी मंत्री ने किया अवलोकन, कहा- जल संरक्षण और वृक्षारोपण को दें प्राथमिकता
ग्वालियर, 25 मई . जल संरचनाओं के संरक्षण के लिये प्रदेश भर में चलाए जा रहे जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत ग्वालियर जिले में भी जल संरचनाओं को संवारने का कार्य किया जा रहा है. प्रदेश के जल संसाधन एवं जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने रविवार को ग्वालियर भ्रमण के दौरान सिटी सेंटर स्थित शारदा विहार में स्थापित ऐतिहासिक और पुरातत्व महत्व की बावड़ी का अवलोकन किया. उन्होंने ऐतिहासिक बावड़ी के संरक्षण और साफ-सफाई के लिये समाज के सभी वर्गों को जोड़कर कार्य करने की हिदायत प्रशासनिक अधिकारियों को दी है.
प्रभारी मंत्री सिलावट ने ग्वालियर भ्रमण के दौरान न केवल पुरानी जल संरचनाओं का निरीक्षण किया बल्कि जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को भी विभाग की समीक्षा के दौरान निर्देश दिए हैं कि जितने भी जलाशय जिले में स्थित हैं उनकी एवं सभी नहरों की सफाई का काम भी प्राथमिकता से करें. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर रुचिका चौहान एवं नगर निगम आयुक्त श्री संघ प्रिय को भी निर्देशित किया है कि ग्वालियर जिले में ऐतिहासिक बावड़ियों और कुँओं को चिन्हित कर उनके जीर्णोद्धार व साफ-सफाई का कार्य हाथ में लिया जाए.
प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिले की 25 ऐतिहासिक बावड़ियों और 25 तालाबों का प्रथम चरण में चिन्हांकन कर उनके जीर्णोद्धार का कार्य जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत किया जाए. उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि यह अभियान केवल शासकीय अभियान नहीं है, यह अभियान जन-जन का अभियान है. इस कार्य में समाज के सभी वर्गों को जोड़कर जन आंदोलन के रूप में इसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए.
कलेक्टर रुचिका चौहान ने बताया कि ग्वालियर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में खेत तालाबों के साथ-साथ जल संरचनाओं के संरक्षण का कार्य सभी की सहभागिता के साथ किया जा रहा है. इसके साथ ही शहरी क्षेत्र में स्थापित पुरानी बावड़ियों और कुंओं का चिन्हांकन कर उसके जीर्णोद्धार का कार्य भी सभी के सहयोग से हो रहा है. समाज के सभी वर्गों को इससे जोड़ने का कार्य भी किया जा रहा है.
बरसात में एक पेड़ माँ के नाम अभियान भी सार्थक बने
प्रभारी मंत्री सिलावट ने समीक्षा के दौरान यह भी निर्देशित किया है कि बरसात के दौरान शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में वृक्षारोपण का अभियान भी समाज के सभी वर्गों के सहयोग से चलाया जाए. एक पेड़ माँ के नाम अभियान के तहत जिले का हर निवासी कम से कम एक पेड़ अनिवार्यत: रोपे और उसकी देखभाल की जिम्मेदारी भी ले, ऐसा माहौल बनाया जाए. वृहद वृक्षारोपण के लिये अभी से कार्ययोजना तैयार कर उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए. सभी शासकीय विभागों को भी इसमें सक्रिय भूमिका के लिये निर्देशित किया जाए.
नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय ने बैठक में बताया कि नगर निगम के माध्यम से शहरी क्षेत्र के उद्यानों में वृक्षारोपण के साथ ही अन्य उपलब्ध स्थानों पर वृक्षारोपण की कार्ययोजना तैयार की गई है. उन्होंने बताया कि शहर के सभी डिवाइडरों को हरा-भरा करने के लिये निगम की ओर से कार्ययोजना बनाकर कार्य किया जा रहा है. बरसात के दौरान शहर का हर डिवाइडर हरा भरा होगा. इसके साथ ही शहर को डस्ट फ्री बनाने की दिशा में भी निगम कार्ययोजना बनाकर प्रतिदिन कार्य कर रहा है.
तोमर