—रामलीला मैदान में आधी रात तक रही चहल पहल,शाम से ही पहुंचने लगे थे श्रद्धालु
वाराणसी,05 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) . Uttar Pradesh के वाराणसी के उपनगर रामनगर में भरत मिलाप की रामलीला देखने के लिए श्रद्धालु Saturday देर शाम तक रामलीला मैदान और आसपास डटे रहे. रामलीला के समापन के बाद आधी रात तक श्रद्धालुओं के चलते लीला स्थल पर चहल पहल बनी रही. रामनगर चौक पर रात्रि लगभग 11: 30 बजे भरत मिलाप देखने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब शाम से ही उमड़ने लगा. आसपास के मकानों के छतों पर भी लोगों ने डेरा जमा रखा था. देर शाम परम्परानुसार रामनगर किले से सजे—धजे हाथी पर विराजमान पूर्व काशीराज के वंशज कुंवर डॉ अनंत नारायण सिंह और उनके परिवार के सदस्य जैसे ही निकले बाहर मौजूद हजारों की भीड़ ने हर महादेव के उद्घोष से उनका स्वागत किया. डॉ अनंत नारायण सिंह व उनके परिवार के सदस्यों ने लोगों का अभिवादन हाथ जोड़कर किया. राजा भगवान रामचंद्र के स्वागत में रामनगर किला को भी दुल्हन की तरह सजाया गया था. लीला के दौरान नंदी ग्राम में पर्णकुटी में बैठे भगवान श्रीराम की आने की प्रतीक्षा कर रहे राजकुमार भरत को जब ब्राह्मण के वेश में पहुंचे हनुमान ने श्रीराम के आने का समाचार सुनाया तो भरत के खुशी का ठिकाना नहीं रहा. सारी कथा सुनने के बाद भरत ने यह समाचार गुरु वशिष्ठ व माताओं को बताया और सभी को साथ लेकर श्रीराम की अगवानी करने अयोध्या की सीमा पर पहुंचे. श्रीराम को देखते ही भरत और शत्रुध्न उनके पैरों में गिर जाते हैं. महताबी की रोशनी में चारो भाइयों का मिलन होता है. सुमंत को बुलाकर गुरु वशिष्ठ श्रीराम के रामराज्यभिषेक की तैयारी करने का निर्देश देते हैं. सभी स्नान करके नया वस्त्र धारण करते हैं. यहीं पर भगवान की आरती के बाद लीला को विश्राम दिया गया. लगभग 15 मिनट के इस अद्भुत अलौकिक दृश्य के साक्षी बनने के लिए हजारों श्रद्धालु आधी रात तक डटे रहे. उधर, भरत मिलाप के लिए रामनगर चौक चौराहे पर यातायात प्रतिबंधित किया गया था. रामनगर सामनेघाट, टेंगरा मोड़, पंचवटी तिराहा, पीएसी तिराहा से रामनगर चौक की तरफ आने वाले वाहनों का रूट डायवर्जन किया गया.
नाटी इमली का ऐतिहासिक मैदान लगातार दूसरे दिन भरत मिलाप का साक्षी बना. श्रीमौनी बाबा रामलीला कमेटी के तत्वावधान में नाटी इमली मैदान में Saturday शाम भरत मिलाप का आयोजन हुआ. मैदान में हजारों की संख्या में भगवान राम, लक्ष्मण व माता सीता का संदेश लेकर श्रीहनुमानजी नंदीग्राम पहुंचते हैं. वहां भरत व शत्रुघ्न के साथ सभी अयोध्यावासी को भगवान के आगमन का संदेश पाते हैं. संदेश देने के पश्चात हनुमानजी तुरंत नाटी इमली भरत मिलाप मैदान के लिए प्रस्थान कर जाते हैं. संदेश सुनकर भरत समेत अयोध्वासियों के अयोध्या भवन विशेश्वरगंज से भरत मिलाप चबूतरे के लिए प्रस्थान करते हैं. भरत एवं शत्रुघ्न भरत मिलाप चबूतरे पर दंडवत प्रणाम करते हैं. यह देख राम और लक्ष्मण पुष्पक विमान से दौड़ते हुए भरत और शत्रुघ्न को गले लगाते हैं. यह भावुक मिलन देख मैदान में उपस्थित हजारों श्रद्धालु आह्लादित हो गए. चारों भाइयों की झांकी देख चारों तरफ जय श्रीराम,हर—हर महादेव का उद्घोष होने लगा. चारों भाई व माता जानकी की आरती पूजन करने के बाद पुष्पक विमान कंधे पर लेकर यादव बंधु एवं श्रद्धालु नाटी इमली, बगवावीर, दारानगर, महामृत्युंजय , विशेश्वरगंज होते हुए मौनी बाबा का शिवाला अयोध्या भवन पहुंचते हैं. रास्ते भर भक्तों द्वारा जगह-जगह पुष्पक विमान पर चारों भाइयों की आरती उतारी जाती है. समिति के पंडित श्रीराम शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया.
—————
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
You may also like
Nitish Kumar For Women: बिहार की महिलाओं के लिए नीतीश कुमार ने फिर किया बड़ा एलान, बोले- अच्छा रोजगार करेंगी तो देंगे 2 लाख रुपए तक की मदद
क्या आप जानते हैं मिथुन चक्रवर्ती के 50 साल के करियर का जश्न कैसे मनाया गया? जानें 'सुपर डांसर' में!
भारत के प्रमुख मुस्लिम उद्योगपति: सफलता की कहानी
सालों पुरानी बवासीर का खात्मा सिर्फ 7` दिन में जानिए वो राज जो आज तक छुपा था
वो महिला खिलाड़ी, जिनके नाम भारत-पाकिस्तान वनडे मैच में सर्वाधिक रन