जयपुर, 24 अप्रैल . राज्य सरकार किसानों को खाद्यान्न, दलहन एवं तिलहन के भण्डारण के लिए समुचित सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है. वर्तमान में राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम के विभिन्न जिलों में स्थित 97 भंडारगृहों में 16 लाख 53 हजार टन क्षमता की जगह खाद्यान्न भण्डारण के लिए उपलब्ध है.
निगम के संयुक्त निदेशक मदन लाल तेली ने बताया कि स्थानीय भंडारगृह प्रशासन से संपर्क कर कोई भी किसान या व्यापारी भंडारगृह की सुविधाओं का उपयोग कर सकता है.
तेली ने कहा कि राजस्थान राज्य भण्डार व्यवस्था निगम द्वारा राज्य में भण्डारण क्षमता की अधिकाधिक उपयोगिता सुनिश्चित करने एवं निगम की वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ करने की दिशा में भी निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन एक्ट- 1962 के तहत भंडारगृहों का प्रयोग व्यापारिक इकाई के रूप में किया जाता है. उन्होंने बताया कि निगम के कुल 97 भण्डारगृहों में से 16 भण्डारगृहों की आंशिक भण्डारण क्षमता को राजस्थान स्टेट बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड एवं राजस्थान स्टेट गंगानगर शुगर मिल्स को 10 वर्षों की अवधि के लिए किराये पर देने के लिए फरवरी 2023 में एमओयू किया गया था.
कुल क्षमता का 96.10 प्रतिशत खाद्यान्न भण्डारण के लिए उपलब्ध
संयुक्त निदेशक ने कहा कि वर्तमान में निगम की कुल भंडारण क्षमता 17.20 लाख टन है. इसमें से 96.10 प्रतिशत खाद्यान्न भण्डारण के लिए उपलब्ध है.
उन्होंने बताया कि एमओयू के अर्न्तगत आरएसबीसीएल को 44 हजार 747 टन (2.60 प्रतिशत) एवं आरएसजीएसएम को 21 हजार 753 टन (1.26 प्रतिशत) भंडारण क्षमता उपलब्ध करवाई गई थी. इस प्रकार निगम की कुल भण्डारण क्षमता का 3.86 प्रतिशत स्थान दोनों संस्थाओं को भण्डारण के लिए उपलब्ध करवाया गया है.
तेली ने बताया कि आरएसबीसीएल एवं आरएसजीएसएम को एमओयू के माध्यम से प्रदेश के 14 भण्डारणगृहों में आंशिक भण्डारण की सुविधा उपलब्ध करवाई गई है. इन सभी भण्डारगृहों में 70 प्रतिशत भण्डारण क्षमता किसानों और व्यापारियों के लिए उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि बालोतरा भण्डारगृह में एमओयू के पश्चात् भी अब तक एजेन्सियों को जगह आवंटित नहीं की गई है. वर्तमान में राज्य भण्डारगृह बालोतरा में कुल भण्डारण क्षमता 3,600 टन में से 2,400 टन भण्डारण क्षमता में किसानों से समर्थन मूल्य पर क्रय किया गया तिलहन, मूंगफली एवं किसान का खाद्यान्न संग्रहित है एवं शेष भण्डारण क्षमता 1,200 टन अन्य जमाकर्ताओं, किसान, व्यापारी, नैफेड आदि को संग्रहण के लिए उपलब्ध है.
उन्होंने कहा कि राज्य भण्डारगृह ब्यावर में 1,800 टन क्षमता में नैफेड द्वारा किसानों से समर्थन मूल्य पर क्रय किया गया तिलहन व मूंगफली संग्रहित है. इसी प्रकार राज्य भण्डारगृह सवाई माधोपुर में वर्तमान में 11 हजार 420 टन भण्डारण क्षमता खाद्यान्न भण्डारण उपयोग के लिए उपलब्ध है तथा 470 टन भण्डारण क्षमता का उपयोग पहले ही प्राईवेट व्यापारियों एवं किसानों द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यहां कुल भण्डारण क्षमता 14 हजार 590 टन में से 19 प्रतिशत भण्डारण क्षमता को आरएसबीसीएल एवं आरएसजीएसएम के लिए आरक्षित की गई थी.
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/ रोहित
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