शिमला, 2 नवंबर (Udaipur Kiran) . जिला शिमला के कुमारसैन क्षेत्र में बीती रात एक ट्रैवलर के नेशनल हाइवे किनारे पलट जाने से 29 लोग घायल हो गए. इनमें से 16 घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह हादसा Saturday और sunday की मध्यरात्रि करीब 1.50 बजे कुमारसेन थाना अंतर्गत डोगरा मंडी के पास शिमला-रामपुर नेशनल हाइवे पर हुआ. ट्रैवलर (गाड़ी नंबर HP01AA0330) रिकांगपिओ से रुपिडिया नेपाल बॉर्डर की ओर जा रही थी. ट्रैवलर में लगभग 31 लोग सवार थे, जो प्रत्येक व्यक्ति 2500 रुपये किराया देकर यात्रा कर रहे थे.
इस ट्रैवलर को 36 वर्षीय राज कुमार नामक चालक चला रहा था. वह मूल रूप से नेपाल के जिला बांके, आंचल भेरी के पालिका जीसा पानी वार्ड नंबर 01 का निवासी है और वर्तमान में जिला शिमला के ननखड़ी उपमंडल के गांव जवाल्डा, डाकघर धनावली में रह रहा था.
पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार चालक राज कुमार वाहन को काफी तेज रफ्तार में चला रहा था. जैसे ही गाड़ी डोगरा मंडी के पास एक तीखे मोड़ पर पहुंची, उसने रफ्तार पर नियंत्रण खो दिया और गाड़ी सड़क के किनारे पलट गई. हादसे में ट्रैवलर में सवार अधिकांश लोग घायल हो गए.
घायलों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुमारसैन ले जाया गया, जहां 29 लोगों का प्राथमिक उपचार किया गया. इनमें से 16 लोगों को गंभीर चोटें आने के कारण डॉक्टरों ने आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया.
कुमारसेन पुलिस ने इस मामले में चालक राज कुमार के खिलाफ धारा 281 और 125(ए) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस का कहना है कि यह दुर्घटना चालक की लापरवाही और तेज रफ्तारी के कारण हुई.
हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई, वहीं पुलिस व स्थानीय लोगों ने घायलों को तुरंत राहत पहुंचाने में मदद की. पुलिस ने वाहन को कब्जे में लेकर आगे की जांच शुरू कर दी है.
—————
(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
You may also like

महिला विश्व कप में खूब बोला बल्ला, भारत के लिए 308 रन ठोके, फिर भी प्रतिका रावल को क्यों नहीं मिला मेडल?

Bigg Boss 19 Live: नैशनल टीवी पर मालती ने खोली अमल की पोल, कहा- तू कैमरे में कैसे झूठ बोल सकता है, बेवकूफ!

दामाद की मौत पर फूट-फूटकर रोई सास, बेटी के लिए मांगी मौत की सजा... लव अफेयर में दी जान

पंचायती राज विभाग और छह विश्वविद्यालयों के बीच एमओयू, आरजीएसए के तहत 2026-27 में होगी क्रियान्वयन की शुरुआत

भारत ज्ञान साझा करने और सीखने की शक्ति दिखाता है : नोबेल फाउंडेशन की कार्यकारी निदेशक




