प्रयागराज, 16 अप्रैल . शरीर में पोषक तत्वों की कमी एवं इम्युनिटी पावर घटाने में सबसे बड़ी भूमिका आरओ के पानी का है. इस पानी में कैल्शियम, आयरन, मिनरल्स सब नष्ट हो जाते हैं. बीमारी में आरओ का पानी पीना तो ठीक है, क्योंकि यह हलका होता है. लेकिन स्वस्थ रहने पर इसे पीने से बचना चाहिए.
यह बातें एसकेआर योग एवं रेकी शोध प्रशिक्षण और प्राकृतिक संस्थान रेकी केंद्र पर जाने-माने स्पर्श चिकित्सक सतीश राय ने कहीं. बुधवार को उन्होंने लोगों से कहा कि आरओ का पानी पीने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो रही हैं. ईश्वर ने सभी जीव जंतुओं को बीमारियों से लड़ने की अद्भुत शक्ति प्रदान की है. शरीर में पोषक तत्वों की कमी के चलते यह शक्तियां भी असमर्थ हो गई है. बस उन्हें पहचान कर अपनी अंदरुनी शक्तियों को मजबूत करने का उपाय करें.
सतीश राय ने कहा आरओ का पानी पीने से शरीर में कैल्शियम की कमी हो रही है. वैसे रोजमर्रा के खाद्य पदार्थ दूध, दही, मट्ठे, मक्खन, घी, फलों में और सब्जियों में भरपूर मात्रा में कैल्शियम है. इनके द्वारा हमें लगातार कैल्शियम मिलता रहता है. उस समय शरीर के सभी फंक्शन ठीक रहते हैं. मिलावटी खाद्य पदार्थों और अत्यधिक दवाओं के सेवन करते रहने के कारण जैसे ही आयु 45-50 साल से ऊपर होती है, कैल्शियम हजम होना कम हो जाता है. जितना भी फल सब्जी खाएं लेकिन उन कैल्शियम को हजम करने वाला शरीर के ऑर्गन्स कमजोर पड़ जाते है. तब बाहर से कैल्शियम लेने की जरूरत पड़ती है उस समय फलों और सब्जियों से मिलने वाला कैल्शियम पर्याप्त नहीं होता कुछ अतिरिक्त चाहिए.
स्पर्श चिकित्सक ने कहा शरीर में ज्यादातर बीमारियों का कारण कैल्शियम की कमी है. आयु 45 से ऊपर होने पर सभी लोगों को चूना जरूर खाना चाहिए तभी हमें बाहर से कैल्शियम मिलेगा. चूना, कैल्शियम का मुख्य स्रोत है. यह सबसे अच्छी वात नाशक औषधि भी है. उन्होंने कहा शरीर में कैल्शियम की कमी से शारीरिक कमजोरी, नपुंसकता, नाखून के रोग, बच्चों में लंबाई की समस्या, हड्डी के रोग, कमर दर्द, घुटने का दर्द, अर्थराइटिस, स्पॉन्डिलाइटिस, हड्डियों का कमजोर होना, हाथ पैरों में दर्द, बच्चों में विकास की समस्या आदि जैसे रोग होते हैं.
उन्हाेंने कहा कि आधुनिक विज्ञान कहता है कैल्शियम वह सूक्ष्म पोषक तत्व है जिसके शरीर में रहने पर ही दूसरे पोषक तत्व शरीर के लिए उपयोगी होते हैं. अर्थात शरीर में विटामिन बी, सी, डी, के, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट शरीर में ठीक से कार्य करें तो कैल्शियम चाहिए. प्रोटीन शरीर में सही से कार्य करें तो कैल्शियम चाहिए. फैट शरीर को नुकसान न पहुंचाएं और ठीक से पचता रहे तो कैल्शियम चाहिए. यदि शरीर में कैल्शियम नहीं है तो सभी तरह की बीमारियां शरीर में आती है.
चूना को गेहूं दाने के बराबर दही में, दाल में, गन्ने के रस में, अनार के जूस में या मट्ठे में मिलाकर तीन माह तक लगातार रोज एक बार लेने पर इसका असर शरीर पर दिखने लगेगा, यह हड्डियों के दर्द से छुटकारा दिलाएगी. चूना को पान के साथ भी खा सकते हैं, जिसमें कत्था न लगा हो. उन्होंने कहाकि जिन लोगों के पेट में पथरी की शिकायत हो या किडनी में स्टोन हो उन्हें चूने के सेवन से बचना चाहिए. उन्हें पालक और टमाटर खाने से भी बचना चाहिए.
—————
/ विद्याकांत मिश्र
You may also like
OMG! जीत के नशे में चूर लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाड़ियों ने होटल में किया खूब डांस
नैनार नागेंद्रन का स्टालिन पर हमला: 'राज्यपाल को डाकिया कहना गलत'
Heatwave Alert in Madhya Pradesh: Mercury Soars to 44°C, Five Districts on High Warning Today
रियान पराग ने दिखाया बड़ा दिल, बोले-'मैं लेता हूं हार की जिम्मेदारी'
Indian and Chinese Students File Lawsuit Against U.S. Department of Homeland Security Over F-1 Visa Cancellations