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पुत्रदा एकादशी पर श्रद्धालुओं की भीड़ पहुंची बिहारी जी के द्वार

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मथुरा, 05 अगस्त (Udaipur Kiran) । वृंदावन में श्रावणी पुत्रदा एकादशी पर ठाकुर बांके बिहारी मदिर में भारी भीड़ रही। मंगलवार होने के बाद भी हजारों भक्तों ने आराध्य के दर्शन कर पुण्य कमाया। सुबह से शाम तक मंदिर हजारों भक्तों की भीड़ उमडती रही। मंदिर परिसर में ठाकुर बांके बिहारी के जयकारे लगाते हुए श्रद्धालुओं ने मंदिर में प्रवेश किया।

मंगलवार श्रावणी पुत्रदा एकादशी पर बांके बिहारी मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। भक्त भगवान बांके बिहारी के दर्शनों के लिए पहुंचे और मंदिर की परिक्रमा भी की। श्रावण मास की पुत्रदा एकादशी के अवसर पर बांके बिहारी मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। मंदिर में दर्शनों के लिए भक्त सुबह से ही पहुंचने लगे थे, और मंदिर परिसर के साथ-साथ परिक्रमा मार्ग पर भी भारी भीड़ देखी गई। भक्त भगवान बांके बिहारी की एक झलक पाने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए उत्सुक थे। श्रद्धालुओं ने मंदिर की परिक्रमा भी की जो वृंदावन में एक महत्वपूर्ण धार्मिक प्रथा है। भक्त भगवान के भजन गाते हुए और उनका नाम जपते हुए परिक्रमा मार्ग पर चले। हालांकि यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने के कारण परिक्रमा मार्ग के कुछ हिस्सों में कटाव हो रहा था जिससे श्रद्धालुओं को थोड़ी परेशानी हुई। फिर भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ और उन्होंने अपनी भक्ति जारी रखी। मंदिर के गर्भगृह में विराजे ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन पाकर भक्त धन्य हुए। एकादशी के कारण मंदिर को जाने वाली गलियों में भारी भीड़ रही। इधर, एकादशी के अवसर पर वृंदावन की पंचकोसीय परिक्रमा देने के लिए श्रद्धालुओं में होड़ रही। पुण्य लाभअर्जित करने के उद्देश्य से परिक्रमा मार्ग में महिलाओं, बच्चों एवं जवान वृंदावन की परिक्रमा करते देखे गए। इससे पूर्व भक्तों ने यमुना में स्नान कर पूजन किया। वहीं वृंदावन की पंचकोसीय परिक्रमा में भी आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में भक्तों ने राधे-राधे के नाम के साथ परिक्रमा लगाई। परिक्रमा मार्ग में भी श्रद्धालुओं को अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। परिक्रमा मार्ग में वाहनों का आवागमन पुलिस प्रशासन द्वारा नहीं रोका गया। वाहनों के बीच से होकर श्रद्धालु परिक्रमा करते नजर आए।

एकादशी पर वृंदावन की ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई

मंगलवार को पुत्रदा एकादशी पर नगर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई, जिससे स्थानीय निवासियों और दर्शनार्थियों को दिनभर भीषण जाम का सामना करना पड़ा। सुबह से शाम तक शहर के प्रमुख मार्गों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं, जिसने पुलिस प्रशासन की लचर व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

बाहरी राज्यों से आने वाली गाड़ियों पर बैरियर लगे होने के बावजूद वे धड़ल्ले से शहर में प्रवेश करती रहीं और ट्रैफिक पुलिस का इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं गया। वहीं ऑटो और ई रिक्शा चालक भी पुलिस को चकमा देकर नगर के अंदर प्रवेश कर गये। इधर तो श्रद्वालुओं की भारी भीड़, वहीं पंचकोसिय परिक्रमा में भी आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। ऊपर से स्कूली बस और अन्य वाहनों ने भीषण जाम लग गया। जाम में फंसे लोग लगातार प्रशासन को कोसते नजर आए। मुख्य रूप से वृंदावन के अटल्ला चुंगी, प्रेम मंदिर, पानी गांव तिराहा, नगर निगम चौराहा, सीएफसी तिराहा, लोई बाजार और गोपीनाथ बाजार जैसे क्षेत्रों में ई-रिक्शा और कारों की लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिलीं, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप पड़ गया। इस स्थिति ने एक बार फिर वृंदावन की यातायात प्रबंधन प्रणाली की खामियों को उजागर कर दिया है।

(Udaipur Kiran) / महेश कुमार

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