भारत का संविधान धरातल पर सक्रिय और प्रभावशाली
रूप में कार्य कर रहा : एडवोकेट संदीप बूरा
हिसार, 15 मई . जिला बार एसोसिएशन हिसार की ओर से भारत के 52वें मुख्य
न्यायाधीश (सीजेआई ) के रूप में माननीय न्यायमूर्ति बीआर गवई के पदभार ग्रहण करने पर
ख़ुशी व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं प्रेषित की गई है.
बार एसोसिएशन हिसार के प्रधान एडवोकेट संदीप बूरा, उप प्रधान एडवोकेट विकास
पूनिया, सचिव एडवोकेट समीर भाटिया, सह सचिव एडवोकेट सुनील भारद्वाज और कोषाध्यक्ष एडवोकेट
सुनील सहदेव ने गुरुवार काे इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि न्यायमूर्ति
गवई का सर्वोच्च न्यायिक पद तक पहुंचना भारतीय संविधान की समानता, सामाजिक न्याय और
अवसर की समता की भावना को साकार करता है. यह साबित करता है कि शिक्षा, प्रतिभा और समर्पण
के बल पर कोई भी व्यक्ति चाहे वह किसी भी पृष्ठभूमि से हो इस देश की न्यायपालिका के
शीर्ष तक पहुंच सकता है. यह देश के हर युवा के लिए प्रेरणादायक उदाहरण है.
प्रधान संदीप बूरा और सचिव समीर भाटिया ने कहा कि हमें पूर्ण विश्वास है कि
न्यायमूर्ति गवई का व्यापक न्यायिक अनुभव, संविधान के प्रति अटूट निष्ठा और सामाजिक
न्याय के प्रति प्रतिबद्धता भारतीय न्याय प्रणाली को और अधिक पारदर्शी, संवेदनशील तथा
जन-केंद्रित बनाएगी. उनके नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट न्याय के दरवाज़े हर पीड़ित, वंचित
और उपेक्षित व्यक्ति के लिए खुले रखेगा. प्रधान एडवोकेट बूरा ने संविधान निर्माता डॉ.अंबेडकर
को याद करते हुए कहा कि संविधान की वास्तविक ताक़त इस बात में निहित है कि न्याय देश
के अंतिम व्यक्ति तक निष्पक्ष और सुलभ रूप से पहुंचे यही डॉ. अंबेडकर का भी सपना था. जिला बार एसोसिएशन ने अपनी शुभकामनाओं के साथ यह आशा व्यक्त की कि न्यायमूर्ति
गवई के नेतृत्व में न्याय प्रणाली सस्ती, त्वरित और सर्वसुलभ बनेगी; विशेषकर गरीबों,
वंचितों और मजलूमों को दर दर भटकना नहीं पड़ेगा. साथ ही न्यायमूर्ति
गवई के नेतृत्व में एक ऐसी न्यायिक व्यवस्था की परिकल्पना की जहां न्याय केवल एक सिद्धांत
न रह जाए बल्कि हर नागरिक की वास्तविकता भी बन सके.
/ राजेश्वर
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