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आत्महत्या जैसा विचार आये तो अपने नजदीकियों, सहपाठियों व दोस्तों से बात करें : डॉ संतोष गुप्ता

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लखीमपुर खीरी, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर बुधवार काे मेडिकल काॅलेज देवकली में प्रधानाचार्या प्रोफेसर डॉ. वाणी गुप्ता की अध्यक्षता में एक संगाेष्ठी आयोजित की गयी। सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता, जिला महिला चिकित्सालय सीएमएस डॉ. अमित कुमार गुप्ता व डिप्टी सीएमओ डॉ. अमित सिंह जैसे विशेषज्ञों ने कहा कि जब भी आत्महत्या का ख्याल आए तो अपनों से बात करनी चाहिए।

गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने कहा कि जीवन चुनौती पूर्ण है। आप किसी भी स्थिति में जहां पहुंचे, आपके साथ के तमाम विद्यार्थी वहां तक नहीं पहुंच सके। उनके लिए अलग चुनौतियां हैं। आपके लिये अलग चुनौतियां हैं। इससे पहले आप सुरक्षित वातावरण में परिवार के साथ थे। यहां आपके साथ नई चुनौतियां हैं। नये शहर नये प्रांगण में आप अपनी जिन्दगी का एक नया अध्याय लिखने की ओर अग्रसर हैं। तमाम चुनौतियां आपके सामने आएंगी। इनसे घबराना नहीं है। जहां एक रास्ता बन्द होता है, वहां दो नये रास्ते खुल जाते हैं। आप अपनी आकांक्षाओं एवं अपनी क्षमता के मध्य सामंजस्य स्थापित करते हुए अपने लक्ष्य को निर्धारित करें। कभी जहन में आत्महत्या जैसा ख्याल आये तो अपने नजदीकियों, सहपाठियों व दोस्तों से बात करें। वर्तमान समय में जिन्दगी में अच्छे दोस्त होना बहुत जरूरी है। यह आपकी सोशल मिडिया की फैन फालोइंग से काफी अलग होता है। असल जिन्दंगी सोशल मिडिया से काफी अलग है। यहां संघर्ष से ही सब कुछ मिलता है। संघर्षों से घबराकर हार मानकर कोई भी गलत ख्याल मन में लाना आपकी जिन्दंगी के लिए घातक हो सकता है।

आत्मविश्वास में कमी आपको आत्महत्या के लिए प्रेरित कर सकती है: डॉ. वाणी गुप्ता

इस दौरान प्रधानाचार्या प्रोफेसर डाॅ. वाणी गुप्ता ने बताया कि आपकी सोच अलग-अलग हो सकती है। आप किसी भी चीज को जिस सोंच के साथ देखते हैं, वह वैसे ही दिखने लगती है। आपकी अत्याधिक अपेक्षाएं भी आपके लिये नुकसान दायक हो सकती है। अगर आपके हिसाब से सब कुछ हो रहा है तो आप कभी भी आत्महत्या के बारे में नहीं सोचते हैं। जैसे ही चीजें आपकी सोंच के विपरीत होने लगती हैं तो मन में नकारात्मकता भर जाती है। ऐसे में आत्मविश्वास में कमी आपको आत्महत्या के लिए प्रेरित कर सकती है। अगर कोई समस्या आपके सामने आती है तो उसके बारे में अधिक से अधिक लोगो से बता सकते हैं।

जिला महिला चिकित्सालय सीएमएस डॉ. अमित कुमार गुप्ता और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ डाॅ. अमित सिंह, मनोचिकित्सक डाॅ. अखिलेश शुक्ला ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव

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